नई दिल्लीः देश में 45 लाख लोगों को निजी क्षेत्र में रोजगार मिला है। आधे से ज्यादा रोजगार देने में केवल दो सेक्टर का योगदान रहा है। वहीं सरकारी कंपनियों में नौकरी मिलने में गिरावट देखने को मिली है। यह तब है जब सरकार मेक इन इंडिया को बढ़ावा दे रही है और बेरोजगारी की दर अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। देश की टॉप 250 लिस्टेड कंपनियों में पिछले एक साल में सबसे ज्यादा लोगों को नौकरी मिली है। इसमें वित्तीय सेवा क्षेत्र में 28 फीसदी (13 लाख लोग) और 26 फीसदी हिस्सा आईटी कंपनियों का है। निजी क्षेत्र में लोगों को नौकरी मिलने में 9.2 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। वहीं सरकारी कंपनियों और बैंकों में नौकरी के लिए लोगों की संख्या में 2.6 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। लोगों को नौकरी देने के मामले में सरकारी कंपनियां और बैंक लगातार कमी कर रहे हैं। पिछले एक साल की बात करें तो फिर रोजगार देने के मामले में केवल कोल इंडिया में 4.4 फीसदी और भारतीय स्टेट बैंक में 2.6 फीसदी की कमी देखने को मिली है। लिस्टेड कंपनियों में निजी क्षेत्र की टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में सबसे ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं। 4,20,000 कर्मचारियों की संख्या के साथ यह कंपनी पहले स्थान पर है। इस कंपनी में महिला कर्मचारियों की संख्या भी 1,52,114 है जो कि सबसे ज्यादा है। यह उनके कुल कर्मचारियों का कुल 36 फीसदी हिस्सा है। असम में 13,000 करोड़ का निवेश करेगी यह कंपनी एफटीए की समीक्षा करेंगे आसियान देश, भारत ने उठायी थी मांग मेक इन इंडिया: स्मार्टफोन निर्यात में 700 फीसद की वृद्धि दर्ज