बीजिंग: एकाएक बढ़ा ही जा रहा कोरोना का प्रकोप आज पूरी दुनिया के लिए महामारी का रूप लेता रहा है. वही इस वायरस की चपेट में आने से अब तक 154000 से अधिक मौते हो चुकी है. लेकिन अब भी यह मौत का खेल थमा नहीं है. इस वायरस ने आज पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है. कई देशों के अस्पतालों में बेड भी नहीं बचे है तो कही खुद डॉ. इस वायरस का शिकार बनते जा रहें है. कोरोना महामारी से जुड़े वास्तविक आंकड़े छिपाने को लेकर हो रही आलोचना के बीच चीन ने मृतकों की संख्या में संशोधन किया है. चीन ने महामारी के केंद्र वुहान शहर में मृतकों की संख्या में 1290 का इजाफा किया है. इससे देश में कोरोना वायरस से जान गंवाने वालों की संख्या 4632 हो गई है. संशोधित आंकड़ों के बाद अकेले वुहान में हुई 3869 मौतें, संक्रमित लोगों की संख्या 50,333 पहुंची: सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, वुहान नगरपालिका मुख्यालय ने शुक्रवार को कोरोना संक्रमित मामलों और मौत के आंकड़े को संशोधित किया है. वुहान में 16 अप्रैल तक संक्रमित मामलों में 325 की बढ़ोतरी हुई है. इससे संक्रमित लोगों की संख्या 50,333 हो गई है. मृतकों की संख्या बढ़ने के बाद अकेले वुहान में कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या 3869 हो गई है. इससे देश में कोरोना से मौतों की संख्या भी 4,632 हो गई है. वुहान नगरपालिका मुख्यालय ने एक अधिसूचना में कहा, ये संशोधन संबंधित नियम-कानूनों, इतिहास, लोगों और मृतकों के प्रति जिम्मेदार होने के सिद्धांत के अनुसार किए गए हैं. चीन ने स्वीकारा, मौत का कारण जानने में हुई गलती, कोरोना को छिपाने की कोशिश नहीं की: चीन ने स्वीकार किया है कि कई मामलों में मौत का कारण जानने में गलती हुई या कई मामलों का पता ही नहीं चल पाया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा, हमने कभी भी कोरोना महामारी के प्रकोप को छिपाने की कोशिश नहीं की. वुहान में हताहतों की सही संख्या का पता लगाने के लिए सांख्यिकी सत्यापन का प्रयोग किया गया है. इतनी बड़ी महामारी के आंकड़ों में संशोधन एक सामान्य अंतरराष्ट्रीय प्रक्रिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित कई वैश्विक नेताओं ने चीन के महामारी से जुड़े आंकड़ों पर सवाल उठाया था. जानिए क्यों मनाया जाता है World Heritage Day?... कोरोना महामारी को लेकर इस देश के निशाने पर आया चीन संयुक्त राष्ट्र ने जताई हज़ारों बच्चों की मौत होने की आशंका, बताई ये वजह