जयपुर : राजस्थान के जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर और अन्य सीमावर्ती जिलों में बड़ी संख्या में रह रहे 5100 पाकिस्तानी विस्थापितों के लिए अगला माह खुशियां लेकर आएगा जब उन्हें मई के तीसरे सप्ताह में भारत की नागरिकता दी जाएगी . इसके लिए शिविर लगाया जाएगा.जबकि 12 हजार विस्थापितों के रिकॉर्ड की जांच की जा रही है. आपको शायद यह जानकारी नहीं होगी कि राजस्थान के जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर और अन्य सीमावर्ती जिलों में बड़ी संख्या में पाकिस्तानी विस्थापित भारत की नागरिकता पाने के लिए कोशिश कर रहे थे , क्योंकि उन्हें बार-बार अपने वीजा की अवधि बढ़वा कर यहां रहना पड़ रहा था. अब इस समस्या से निजात मिल जाएगी.राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया के अनुसार काफी संख्या में आवेदन लंबित थे. आईबी की जांच पूरी होने के बाद मई के तीसरे सप्ताह में करीब 5,100 विस्थापितों को भारत की नागरिकता देंगे. इसके अलावा 1200 विस्थापितों के रिकॉर्ड की जाँच की जा रही है. उल्लेखनीय है कि पहले नागरिकता देने की प्रक्रिया काफी जटिल होने के कारण उन्हें भारत की नागरिकता मिलने में परेशानी आ रही थी, लेकिन गत वर्ष केंद्र सरकार ने नियमों को सरल बनाकर संबंधित जिला कलेक्टरों को नागरिकता देने के अधिकार दे दिए. अब संबंधित कलेक्टर पाक विस्थापितों के रिकॉर्ड से संतुष्ट होने पर उन्हें भारत की नागरिकता दे सकेंगे. यह भी देखें आतंकी मुफ्ती यासिर मुठभेड़ में मारा गया राजस्थान के आदिवासी जिले पांचवी अनुसूची में हुए शामिल