मुंबई: महाराष्ट्र के पालघर जिले में पुलिस ने पांच बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में रहने के आरोप में गिरफ्तार किया है, जिससे राज्य में अवैध अप्रवासियों के बढ़ते मुद्दे को लेकर फिर से चर्चा शुरू हो गई है। पुलिस ने यह गिरफ्तारी 22 सितंबर को एक छापेमारी के दौरान की, जो नाला सोपारा इलाके की एक झुग्गी बस्ती में की गई थी। मानव तस्करी रोधी प्रकोष्ठ (एएचटीसी) के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में पकड़े गए सभी पांचों बांग्लादेशी नागरिकों के पास भारत में प्रवेश और निवास के लिए कोई वैध दस्तावेज नहीं पाए गए। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान अरशद रहमतुल्लाह गाजी (52), अली मोहम्मद दीनमोहम्मद मंडल (56), मिराज साहेब मंडल (19), सज्जाद कादिर मंडल (45), और साहेब पंचानन सरदार (45) के रूप में की गई है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, ये सभी लोग करीब दस साल पहले नदी के रास्ते भारत में घुसे थे और तब से यहां अवैध रूप से मजदूरी का काम कर रहे थे। नाला सोपारा, जो मुंबई के उपनगरों के करीब स्थित है, कई अवैध अप्रवासियों के लिए एक सुरक्षित स्थान बन चुका है, जहां वे पहचान छिपाकर बस जाते हैं। यह घटना उन गंभीर सुरक्षा चिंताओं को उजागर करती है, जो सीमा पार से अवैध रूप से आने वाले व्यक्तियों द्वारा उत्पन्न होती हैं। इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने विदेशी अधिनियम, 1946 और पासपोर्ट (भारत में प्रवेश) अधिनियम, 1950 के प्रावधानों के तहत आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मामले की गहन जांच जारी है, और यह भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि ये लोग किन परिस्थितियों में भारत में दाखिल हुए और यहां के स्थानीय नेटवर्क से कैसे जुड़े। तिरुपति लड्डू विवाद पर 'ज्ञान' देने लगे प्रकाश राज, पवन कल्याण ने दिया करारा जवाब युवक ने नहीं दी नए मोबाइल की पार्टी तो दोस्तों ने कर डाली हत्या क्या है NRI कोटा? जिसे कांग्रेस ने बनाया, अब सुप्रीम कोर्ट ने फटकारा