दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल आज अपना 54वां जन्मदिन मना रहे हैं. केजरीवाल का जन्म 1968 में हरियाणा के हिसार जिले में हुआ था. उसके बाद उन्होंने IIT खड़गपुर से पढ़ाई की और भारतीय राजस्व सेवा में अधिकारी बन गए. किन्तु फिर वे नौकरी छोड़कर सामाजिक कार्यकर्ता बन गए. वो कई NGO से जुड़े. उनका नाम आमतौर पर तब उभरकर सामने आया, जब दिल्ली में साल 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन होना था. तब उन्होंने पूरी ताकत से इन खेलों में भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाया. उसके बाद लोकपाल के मुद्दे पर खुलकर मैदान में उतरे. इसी बीच उन्होंने अपना सियासी दल आम आदमी पार्टी के नाम से बनाया. जिस रफ़्तार के साथ उनकी पार्टी उभरी और वो दिल्ली की सत्ता में आए, वैसा आमतौर पर बेहद कम होता है. 1- केजरीवाल जन्माष्टमी के दिन जन्मे थे, इसीलिए उनके बचपन का पहला नाम “कृष्ण” था. अरविन्द केजरीवाल, शुद्ध शाकाहारी हैं. वह सालों से ‘विपश्यना'(एक योग पद्धति) की प्रैक्टिस कर रहे हैं. 2- बता दें कि केजरीवाल थियेटर और अभिनय के बेहद शौक़ीन हैं, IIT खड़गपुर में पढ़ाई के दौरान वे इसमें काफी सक्रीय रहे थे. 3- केजरीवाल को साल 2006 में रमन मैग्सेसे पुरस्कार से नवाज़ा गया था. साल 2012 में उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) के नाम से एक नई राजनितिक पार्टी की स्थापना की. 2013 के दिल्ली विधान सभा चुनावों में अरविंद केजरीवाल ने नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ा, जहां उनका सीधा मुकाबला लगातार 15 साल से दिल्ली की सीएम रही कांग्रेस नेत्री श्रीमती शीला दीक्षित से थी. उन्होंने शीला दीक्षित को 25864 वोटों से मात दी थी. 4- अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में फरवरी 2015 के चुनावों में उनकी पार्टी ने 70 में रिकॉर्ड 67 सीटें जीत कर प्रचंड बहुमत हासिल किया. 14 फरवरी 2015 को वो दोबारा दिल्ली के CM बने. 5- आपको शायद पता न हो, लेकिन अरविन्द केजरीवाल स्वराज के नाम से किताब लिख चुके हैं. वो स्थानीय पंचायत को मजबूत बनाने के पैरोकार हैं और चाहते हैं कि सत्ता का विकेंद्रीकरण होना चाहिए. इंदौर: 'भारत माता की जय' सुनकर भड़के सद्दाम-सोहेल, जमकर की तोड़-फोड़ काबुल से एयर इंडिया की फ्लाइट में भेजे गए 100 से अधिक लोग ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 3.5 करोड़ लोगों के लिए स्मार्ट हेल्थ कार्ड का किया एलान