इंदौर: मध्य प्रदेश के धार के नगर पालिका के सहायक यंत्री डीके जैन के तीन स्थानों पर लोकायुक्त ने शनिवार प्रातः छापा मारा। लोकायुक्त की टीम आय से ज्यादा प्रॉपर्टी के मामले में पड़ताल करने पहुंचे हैं। धार के अतिरिक्त इंजीनियर के इंदौर स्थित घर पर भी कार्रवाई के लिए दस्तावेजों की पड़ताल की जा रही है। आरभिंक जांच में करोड़ों की बेनामी प्रॉपर्टी का खुलासा हुआ है। डीके जैन के घर से लोकायुक्त को 44 तोला सोना तथा 1 किलो चांदी प्राप्त हुए हैं। डीके जैन को सेवानिवृत होने में 1 वर्ष शेष है। एसपी के आदेश पर डीएसपी संतोष सिंह भदौरिया के नेतृत्व में टीम डीके जैन के विजय नगर में स्कीम नंबर 78 स्थित घर पर पहुंची। आरभिंक जांच में 44 तोला से अधिक के सोने के आभूषण, मकान, दुकान तथा कृषि भूमि की 20 से अधिक रजिस्ट्री प्राप्त हुई है। केंद्र सरकार की कई योजनाओं में किए गए निवेश की भी खबर प्राप्त हुई है। डीएसपी भदौरिया के अनुसार, डीके जैन जिस बंगले में रहते हैं। उसका दाम 1 करोड़ से ज्यादा का है। आरभिंक जांच में इंदौर में 5 करोड़ से ज्यादा की अघोषित संपत्ति की खबर प्राप्त हुई है। वही डीके जैन कभी इतना पैसा होने का पता नहीं नहीं चलने देते थे। वे यहां तक कि पैदल ही अमूमन आते-जाते थे जिससे किसी को शंका न हो। यहां तक कि वे साइट का मुआयना करने के लिए कभी कई बार निचले कर्मचारियों की स्कूटी ले जाते थे। जैन का बेटा प्रापर्टी तथा कॉलोनियों से संबंधित काम में है। आशंका है कि उसी से किसी प्रकार के टकराव के चलते यह शिकायत हुई थी। जैन की 25 से 30 वर्ष की नौकरी में तकरीबन आधा कार्यकाल धार या उसके आसपास ही गुजरा है। वे खरगोन, राऊ में भी पदस्थ रहे हैं। पति से ऐसी परेशान हुई महिला कि फावड़े से ले ली जान पति से हुई अनबन तो पत्नी ने दांव पर लगाई बच्चों की जान, हुई मौत बड़ी खबर: स्पेन ने लियोनेल मेसी के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के मामले को किया ख़ारिज