कोरोना ने संपूर्ण विश्व में इस तरह संक्रमण फैला दिया है, कि हर दिन हजारों की संख्या में संक्रमित मरीज मिल रहे है. दुनिया में एक करोड़ से अधिक की आबादी कोरोना से मुकाबला कर रही है. वहीं पांच लाख मरीजों की कोरोना ने जान ले ली हैं फिर भी वायरस की कोई दवा नही मिली है. चीन के वुहान से फैले कोरोना को अब 6 महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है लेकिन अब कई ऐसे छुपे तथ्य है. जिन्हे कोई नही जानता है. साइंस जर्नल नेचर ने एक रिपोर्ट पेश की है, जिसमें दुनिया के कई वैज्ञानिका के शोध का हवाला दिया है. इस रिसर्च में कोरोना से जुड़े कई रहस्यों पर से पर्दा उठा है. कहां से कोरोना की उपत्ति हुई है. यह अब तक सबसे बड़ा रहस्य बना हुआ है. 6 महीनों की खोज के बाद भी यह पता नहीं चल पाया है. कि कोरोना का जन्म कहा से हुआ है, किस जीव से हुआ है. शुरुआती रिपोर्टों में कहा जा रहा था. कोरोना को चमगादड़ ने फैलाया है. इसके पीछे आरएटीजी 13 को जिम्मेदार बताया जा रहा है जो चमगादड़ों में पाया जाता है. लेकिन कई शोधकर्ताओं ने इस दावे को खारिज कर दिया है. कोरोना के इलाज के समय देखा गया है, कि अलग अलग उम्र और समान उम्र के लोगों की बीच कोरोना अपनी प्रवत्ति बदल लेता है, किसी के लिए जानलेवा साबित होता है, तो किसी के शरीर में खत्म हो जाता है. इस प्रवृति की वजह से वायरस एक अबूझ पहेली बनता जा रहा है. आखिरकार ऐसा किसी कारण होता है वैज्ञानिकों को भी समझ नहीं आ रहा हैं. असम समेत इन शहरों में गिरी कोरोना की गाज 'सूरमा भोपाली' का हुआ निधन, 81 वर्ष की उम्र में ली अतिंम सांस Suzuki Gixxer SF 155 को इस बाइक से मिलेगी टक्कर, जानें तुलना