देहरादून: उत्तराखंड में मदमहेश्वर मंदिर के निकट कम से कम 50 तीर्थयात्री और स्थानीय लोग फंस गए हैं। दरअसल, भारी बारिश और ट्रैकिंग मार्ग पर भूस्खलन के कारण गुरुवार को मंदिर की यात्रा रोक दी गई। अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण मारकंडा नदी पर बना एक अस्थायी लकड़ी का पुल बह गया, जिससे मंदिर की यात्रा और भी बाधित हो गई। यह मंदिर उत्तराखंड के पंच केदार मंदिर समूह का हिस्सा है और 11,473 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुरुवार को देहरादून और बागेश्वर के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया और क्षेत्र में मध्यम से भारी बारिश की भविष्यवाणी की। सलाह के बाद स्थानीय प्रशासन ने शुक्रवार (26 जुलाई) को शहर के सभी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद करने का फैसला किया। देहरादून के जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि, "NDMA के राष्ट्रीय आपदा अलर्ट पोर्टल द्वारा जिले में भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने की आशंका के मद्देनजर जारी 'ऑरेंज' अलर्ट के मद्देनजर देहरादून में कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र शुक्रवार को बंद रहेंगे।" इसमें कहा गया है कि यह निर्णय किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए लिया गया है, क्योंकि "बारिश के कारण जिले के कई क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है।" बता दें कि, पिछले साल भी रुद्रप्रयाग जिले में मदमहेश्वर मंदिर के लिए जाने वाले ट्रेकिंग मार्ग पर एक पुल टूट गया था। उस समय बचावकर्मियों ने मार्ग पर फंसे करीब 300 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला था। क्या अमृतपाल में नया भिंडरावाले खोज रही कांग्रेस ? पंजाब में अचानक कैसे जन्मा एक और खालिस्तानी 'संत' गजब राजनीति ! कांग्रेस ने ही की थी 'केजरीवाल' की शिकायत, अब दिल्ली CM की रिहाई के लिए प्रदर्शन करेगा INDIA गठबंधन लॉकडाउन में घर से निकला था शख्स, अब इस हालत में मिला