वाशिंग्टन: सबसे बड़े अदृश्य दुश्मन कोरोना से पूरी दुनिया जूझ रही है. इस दुश्मन ने सबसे अधिक उस देश को नुकसान पहुंचाया है जो खुद को दुनिया का सबसे ताकतवर देश होने का दावा करता है. सुपरपावर अमेरिका लाख कोशिशों के बाद भी अपने नागरिकों को कोरोना से बचाने में विफल साबित हो रहा है. अमेरिका में कोरोना से मौत का आंकड़ा हर दिन नए रिकॉर्ड बना रहा है. कोरोना के कहर से अमेरिका में 51 हज़ार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. पूरी दुनिया में कोरोना से मरने वालों की संख्या 2 लाख के पास पहुंचने वाली है. पूरी दुनिया में जानलेवा कोरोना वायरस से मरने वालों में से एक चौथाई मौत अमेरिका में ही हुई है. यानी कोरोना से मरने वाला दुनिया में हर चौथा व्यक्ति अमेरिकी है. पूरी दुनिया में 28 लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हैं और अकेले अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमितों की तादाद 9 लाख के पार पहुंच गई है. आसान शब्दों में कहें तो दुनिया में हर तीसरा कोरोना संक्रमित शख्स अमेरिकी नागरिक है. कोरोना के आगे सुपरपावर किस टार्न आत्मसमर्पण कर चुका है. उसकी दास्ताँ मौत के आंकड़े बया करते हैं. पूरे अमेरिका में 51 हजार से अधिक कोरोना से जान गंवा चुके हैं तो वहीं न्यूयॉर्क शहर कोरोना का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बनकर उभरा है. यहां 16 हजार 600 से अधिक की जान कोरोना के कारण जा चुकी है. 'बिना आजादी के कुछ भी नहीं ', जर्मनी में लॉकडाउन के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग कोरोना से ठीक होने के बाद वापस पॉजिटिव मिल रहे मरीज, WHO भी हैरान अगर कोरोना ने बदला स्वरूप तो, कैसे करेगी इंसानियत मुकाबला