'कश्मीर' मुद्दे पर एकसाथ आए 57 मुस्लिम देश, भारत के खिलाफ जमकर उगला जहर

इस्लामाबाद: 57 इस्लामिक मुल्कों के समूह ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है। पाकिस्तान के इशारे पर काम कर रहे इस समूह ने एक बार फिर दुनिया के सामने कश्मीर राग अलापा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, OIC ने कश्मीर पर एक संपर्क समूह का गठन भी किया है, जिसने अब कश्मीरी आवाम के आत्मनिर्णय के अधिकार का राग अलापा है। OIC संपर्क समूह ने यह भी कहा है कि वो कश्मीरियों के "वैध" संघर्ष के लिए अपना समर्थन देता रहेगा। वहीं, हैरानी वाली बात यह है कि इसी OIC के संपर्क समूह ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और गिलगित बाल्टिस्तान पर भारत के बयानों को गलत बताते हुए खारिज कर दिया है। जबकि, PoK के लोग खुद पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे हुए हैं और पाकिस्तान से अलग होने की मांग कर रहे हैं। इससे OIC का दोगलापन साफ़ जाहिर होता है। OIC सिर्फ भारत में 'मुस्लिम पीड़ित' का नैरेटिव चला रहा है, जैसा कि भारत में कुछ राजनेता भी चलाते हैं, ताकि उन्हें मुस्लिम वोट मिलते रहें।

रिपोर्ट के अनुसार, न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) की बैठक से एक अलग मुलाकात के बाद OIC ने एक संयुक्त विज्ञप्ति जारी की। इसमें कश्मीर में जारी विधानसभा चुनाव और हो चुके लोकसभा चुनाव को लेकर भी जमकर जहर उगला गया। OIC के संयुक्त बयान में कहा गया है कि, "जम्मू-कश्मीर में संसदीय चुनाव या विधान सभा चुनाव कश्मीर के लोगों को आत्मनिर्णय का अधिकार देने के विकल्प के तौर पर काम नहीं कर सकते।" इसने इस बात पर जोर दिया कि "दक्षिण एशिया में स्थायी शांति और स्थिरता संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के प्रस्तावों और कश्मीरी आवाम की आकांक्षाओं के मुताबिक, कश्मीर विवाद के आखिरी समाधान पर निर्भर है।"

बता दें कि, इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) एक अंतर-सरकारी संगठन है, जो मुस्लिम जगत के हितों की रक्षा और सुरक्षा के लिए कार्य करता है। यह संगठन 4 महाद्वीपों में फैले 57 मुल्कों से मिलकर बना है। बड़ी बात यह है कि मुस्लिमों की तादाद के हिसाब से विश्व का तीसरा सबसे बड़ा देश भारत इस समूह का सदस्य नहीं है। OIC की स्थापना 1969 में मोरक्को के रबात में की गई थी। पहले इसका नाम इस्लामिक सम्मेलन का संगठन था। OIC का हेडक्वार्टर सऊदी अरब के जेद्दा शहर में स्थित है। इस संगठन की आधिकारिक भाषाएं अरबी, अंग्रेजी, और फ्रेंच हैं।

OIC शुरू से ही कश्मीर मसले पर पाकिस्तान की भाषा बोलते रहा है और भारत में मुस्लिमों पर अत्याचार वाले नैरेटिव को बढ़ावा देते रहा है। उसने कई मंचों से कश्मीर को लेकर भारत की आलोचना भी की है। OIC के लिए पूरी स्क्रिप्ट पाकिस्तान लिखता है, जिसे ये इस्लामी संगठन केवल अपने नाम से जारी करता है। भारत ने हर बार कश्मीर को लेकर OIC के बयानों की कड़ी आलोचना की है और इस मुद्दे से दूर रहने की नसीहत दी है, लेकिन मुस्लिम उम्माह के नाम पर ये संगठन अक्सर भारत के खिलाफ जहर उगलता रहता है। 

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