भारत में अन्य राज्यों की तुलना में मध्यप्रदेश में कोरोना का प्रकोप कई अधिक है. वही, अब एक और पुलिस अधिकारी की कोरोना से लड़ाई के दौरान मौत हो गई है. 59 साल के थाना प्रभारी यशवंत पाल का इंदौर में निधन हो गया है. उनका इलाज इंदौर में चल रहा था. पाल उज्जैन जिले के नीलगंगा इलाके के थाना प्रभारी थे. 27 मार्च को उनके थाना क्षेत्र की अंबर कॉलोनी में संतोष वर्मा नामक युवक की मौत हो गई थी. इसके बाद वो खुद कंटेंटमेंट क्षेत्र के आसपास की व्यवस्था देख रहे थे. यहीं पर वो कोरोना के संक्रमण में आ गए और उनकी हालत बिगड़ती चली गई. लोकसेवा दिवस आज, पीएम मोदी बोले- कोरोना से जंग में अहम भूमिका निभा रहे लोकसेवक आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इंदौर के अरविंदो अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर विनोद भंडारी के अनुसार थाना प्रभारी यशवंत पाल का दुखद निधन मंगलवार सुबह 5:10 बजे हुआ. उन्हें आज से 10 दिन पहले गंभीर स्थिति में यहां लाया गया था. उस समय उनके दोनों फेफड़ों में निमोनिया था और उन्हें सांस लेने में काफी तकलीफ थी. उनका ऑक्सीजन रेशियो भी 60 प्रतिशत था. निरंतर इलाज के बाद भी उनकी स्थिति में सुधार नहीं आया. उन्हें 48 घंटे वेंटिलेटर पर रखा गया क्योंकि उनका एक्यूट रेस्पिरेट्री डिस्ट्रक्ट सिंड्रोम काफी सीवियर था. हर संभव प्रयास के बाद भी हम उन्हें बचा नहीं पाए. भारी बारिश बिगाड़ेगी मौसम, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट इसके अलावा अरविंदो अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर विनोद भंडारी ने बताया कि पिछले 12 दिनों से पाल उनके अस्पताल में भर्ती थे. वे जब से आए थे तभी से उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी. उनकी रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव ही रही. जिसके बाद मंगलवार सुबह 5:10 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. 25 दिन का सफर, 2800 किमी पैदल, आपको रुला देगी असम के मज़दूर की ये दास्ताँ तब्लीग़ी जमात मामला: मौलाना साद ने बदले सुर, रमज़ान पर जारी किया ये सन्देश खुशखबरी : इस राज्य में फ्री में मिलती रहेगी 200 यूनिट बिजली