आगरा - यहां से 20 किमी दूर थोर्रा गांव में एक अजीब मामला सामने आया. घर में पिता के साथ सो रही 6 साल की बच्ची को अज्ञात व्यक्ति उठाकर ले गया .रात में ही बिस्तर पर बच्ची को न पाकर खोज शुरू हुई. 12 घंटे बाद सुबह किसी चरवाहे ने गाँव के बाहर मिटटी में दबा पाया तो परिजनों को बच्ची जिन्दा मिली. बच्ची का फ़िलहाल जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है , जहां उसकी हालत स्थिर बताई गई है . घटना एत्मादपुर के धौर्रा गांव की है जहाँ बुधवार की रात 10 बजे 6 वर्षीय तनु अपने पिता विनोद बघेल के साथ खाट पर सोई थी.रात करीब 2 बजे उसके पिता की नींद खुली तो उन्होंने तनु को वहां नहीं पाया. इसके बाद घर के अलावा गांव में भी ग्रामीण उसे ढूंढने लगे लेकिन बच्ची नहीं मिल सकी.इस बीच सुबह हो गई. गुरुवार सुबह करीब 8 बजे गांव के बाहर बच्चे भैंस चराने के लिए निकले. तभी रास्ते में मिट्टी के नीचे से पैर निकला हुआ दिखाई दिया. बच्चे दौड़कर गांव में गए और उन्होंने सबको यह बात बताई. इसके बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे.बच्ची के पिता ने बताया कि उसकी बेटी की नाक, होठ और आंख मिट्टी के बाहर थी और एक पैर भी बाहर था.मिट्टी खोदकर बच्ची को बाहर निकाला गया तो उसकी सांस चल रही थी.बच्ची को लेकर परिजन तुरंत पास के अस्पताल ले गए. बाद में बच्ची को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है.गांव वाले इस घटना से चिंतित है.उन्हें आशंका है कि तंत्र-मन्त्र के चक्कर में ऐसा किया हो. इस बारे में इंस्पेक्टर ब्रह्म सिंह ने बताया कि इस मामले में पुलिस जांच कर रही है. परिवार ने तहरीर दी है. उन्होंने बताया कि पता लगाया जा रहा है कि बच्ची को कौन उठा ले गया और मिट्टी में क्‍यों दबा दिया. हालांकि, बच्‍ची जिंदा है .हो सकता है कि बच्‍ची छटपटाते हुए अपनी शरीर का कुछ हिस्‍सा बाहर कर लिया हो-इसी वजह से उसकी जान बच गई, जब उसे बाहर निकाला गया तब वह बेहोश थी.