लखनऊ: योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा तमाम कोशिशें किए जाने के दावों के बाद भी फिरोजाबाद में ना लोगों के मरने का सिलसिला रुक रहा है, ना ही वायरल और डेंगू का कहर धीमा पड़ रहा है. हालत यह है कि अस्पतालों में बेड मिलना मुश्किल हो गया है. हालात इस कदर भयावह हो गए हैं कि अब तक सरकारी आंकड़ों में मरने वालों का आंकड़ा 60 तक पहुंच गया है. फिरोजाबाद के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर दिनेश कुमार प्रेमी ने कहा है कि अब तक 60 लोगों की मौत रिपोर्ट की गई है, जिनमें से 5 डेंगू से मरे हैं, जबकि अन्य लोगों की बुखार से मौत हुई है और लगातार मृत्यु का ऑडिट चल रहा है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 15 सितंबर की सुबह तक कुल 458 मरीज अस्पताल में एडमिट थे और बीते 24 घंटों में 207 नए मरीज भर्ती किए गए थे. इनमें अकेले 163 डेंगू के मरीज हैं. ‌फिरोजाबाद से लोगों को निरंतर आगरा रेफर कर दिया जा रहा है. सरकारी अस्पतालों तो छोड़िए प्राइवेट अस्पतालों में भी हालात चिंताजनक बने हुए हैं. फिरोजाबाद के सबसे बड़े प्राइवेट अस्पतालों में से एक यूनिटी अस्पताल में मरीजों की बड़ी तादाद है‌. बाहर तीमारदारों का जमावड़ा है. रोते बिलखते लोग नजर आते हैं, तो कुछ अपनों को लेकर दौड़-भाग कर रहे हैं. किशोर के भाई की तबीयत बिगड़ गई और प्लेटलेट्स गिरने लगे तो अब उसे यूनिटी अस्पताल से आगरा के लिए रेफर कर दिया गया है. किशोर कहते हैं कि सरकारी अस्पताल में सुनने वाला कोई नहीं है और निजी अस्पतालों में भी जब उपचार नहीं मिल रहा है, तो अब आगरा भागना पड़ रहा है. मेघालय में राष्ट्रगान को दिया गया स्वदेशी स्पर्श मैदान में घुसे डॉग को मिला ICC अवॉर्ड इस तरह बचे फाइनेंशियल फ्रॉड का शिकार होने से...