नीमच. अपने परिवार को चलने के लिए 60 साल की महिला रोज मोपेड से कई किलोमीटर जा कर दूध बांटती है. नीमच के मनासा में इन्हे देखा जा सकता है. ग्राम जालीनेर की सोहनबाई गायरी को प्रतिकूलताओं ने वक्त और मुसीबतों से लड़ना सिखा दिया.यह रोज़ 32 किमी की दुरी तय कर के घर घर दूध पहुंचती है. सोहनबाई ने बताया की वो सालों से घर के खर्च उठाने के लिए दूध का कारोबार कर रही है. उन्होंने बताया कि उनकी शादी मनासा विकासखंड के ग्राम पिपन में हुई. घरेलू विवाद के कारण पति ने घर छोड़ दिया. एक बेटे और दो बेटियों के साथ वे मायके जालीनेर आ गई. बेटियों की शादी हो गई. बेटा पत्नी के साथ अलग रहने लगा. सोहनबाई पोते देवकिशन के साथ रहती है. सोहनबाई का पोता देवकिशन 11 साल का है जो अभी पढ़ाई कर रहा है. पोते कि देखभाल का जिम्मा उन्ही पर है. इनके दिन कि शुरुआत सुबह करीब 4 बजे से होती है.पशुओं की देखभाल और दूध दोहने के बाद सुबह-शाम दूध बेचने का काम इनकी दिनचर्य का हिस्सा है. वे सालों से मोपेड पर दूध लेकर गांव से करीब 10 किमी दूर मनासा में दूध बांटती हैं. इतना ही नहीं सोहनबाई के परिश्रम को देख पूरा गांव उन्हें 'भुआजी" के नाम से पुकारता है. पुलिस ने गर्भवती महिला के पेट पर मारी लात, हुई मौत गायों को बचाने के लिए 'सेल्फी विद काऊ' प्रतियोगिता फोन पर मिली धमकी के कारण विमान को बीच में उतारा