यहाँ ढाई महीने तक मनाया जाता है दशहरा, लेकिन नही जलता रावण

दशहरा पुरे देश में बड़े उत्साह से मनाया जाता है। क्योंकि इस दिन बुरा पर अच्छाई की जीत हुई थी। एक पर्व दो दिन का होता है। लेकिन एक जगह है जहाँ ये पर्व पुरे 75 दिनों तक मनाया जाता है। और खास बात ये है कि दशहरा मनाया तो जाता है। लेकिन रावण को जलाया नही जाता।

दरअसल, ये दशहरा मनाया जाता है छत्तीसगढ़ के आदिवासी इलाके में मनाया जाता है। इसे 'बस्तर दशहरा' के नाम से भी जाना जाता है। ये दशहरा इतना प्रख्यात है कि अलग शहरो से नही बल्कि विदेशों से भी लोग आते है। इस पर्व को लोग इसलिए मनाते है क्यों की राम ने दस साल वनवास में बिताये थे।

यहां का ऐतिहासिक दशहरा राम की लंका विजय के लिए नहीं मनाया जाता है बल्कि देवी मां दंतेश्वरी की विशेष पूजा की जाती है। एक रथ भी बनाया जाता है जो कि बहुत ही भव्य होता है और इस रथ में छत्र लगा कर नवरात्री के दौरान भ्रमण के लिए भी निकाला जाता है।

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