कोच्ची: केरल के पथानामथिट्टा जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। एक 18 वर्षीय लड़की ने आरोप लगाया है कि पिछले चार वर्षों में 64 अलग-अलग लोगों ने उसका यौन शोषण किया। आरोपितों में उसके सहपाठी, रिश्तेदार, पड़ोसी और कोच शामिल हैं। इस मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए केस दर्ज किया और अब तक छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला शुक्रवार (10 जनवरी 2025) को पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सामने आया। पीड़िता की काउंसिलिंग कर रहे पथानामथिट्टा बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजीव एन के अनुसार, लड़की का पहला यौन शोषण 2019 में हुआ था, जब वह स्कूल में पढ़ रही थी। उस समय उसके सहपाठी ने उसका शोषण किया। इसके बाद, उसी सहपाठी ने अन्य छात्रों को भी इसमें शामिल कर लिया। कुछ समय बाद लड़की को खेलों में रुचि के चलते एक स्पोर्ट्स स्कूल में दाखिला मिला, लेकिन वहाँ भी उसके साथ यौन शोषण जारी रहा। खेल अभ्यास के दौरान न केवल सहपाठियों, बल्कि कोच और ट्रेनर ने भी इस घिनौने अपराध को अंजाम दिया। पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि उसके साथ यह अपराध उसके रिश्तेदारों और पड़ोसियों ने भी किया। चार वर्षों में 64 आरोपितों ने अलग-अलग समय पर उसका शोषण किया। इस दौरान वह नाबालिग थी, जिसके चलते मामला और गंभीर हो जाता है। पुलिस ने इस मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं। पॉक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। जाँच में यह बात सामने आई है कि पीड़िता खुद मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं करती थी, बल्कि अपने पिता का फोन इस्तेमाल करती थी। उसी फोन में उसने शोषण करने वाले 40 आरोपितों के नंबर सेव कर रखे थे। शुक्रवार को गिरफ्तार हुए आरोपितों में चेन्नीरकारा निवासी 24 वर्षीय सुबिन और सुधी श्रीनी, 30 वर्षीय संदीप और वी के विनीत, तथा 21 वर्षीय के आनंदु शामिल हैं। सुधी श्रीनी पर पहले से ही एक अन्य नाबालिग के यौन शोषण का मामला दर्ज है। इससे पहले पुलिस एक अन्य आरोपित को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस सभी आरोपितों को पहचानने और गिरफ्तार करने की प्रक्रिया में जुटी हुई है। अधिकारियों का कहना है कि जाँच तेजी से आगे बढ़ रही है और हर पहलू को बारीकी से देखा जा रहा है। यह मामला न केवल कानून और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाता है, बल्कि समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी भी है। पीड़िता का शोषण जिन परिस्थितियों में हुआ, वह दिखाता है कि किस तरह अपराधी भरोसे का फायदा उठाकर मासूमों को शिकार बना रहे हैं। इस घटना ने राज्यभर में आक्रोश पैदा कर दिया है। लोग सोशल मीडिया पर इस मामले की तीखी आलोचना कर रहे हैं और पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कानून के कठघरे में खड़ा किया जाएगा। इस बीच, बाल कल्याण समिति और अन्य संस्थान पीड़िता को मानसिक और भावनात्मक समर्थन देने का प्रयास कर रहे हैं। न जेल जाना होगा, ना जुर्माना भरना होगा..! P@RN स्टार केस में डोनाल्ड ट्रंप को क्या सजा मिली? छत्तीसगढ़ में अब पत्रकारों के परिवार पर हमला, माता-पिता और भाई को कुल्हाड़ी से काटा AAP विधायक गुरप्रीत गोगी की सिर में गोली लगने से मौत, खुद की पिस्टल से हुआ फायर