बुरहानपुर से गोपाल देवकर की रिपोर्ट बुरहानपुर। जिला अस्पताल के 65 डॉक्टर विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। कई मरीज सुबह 8 बजे से ही जिला अस्पताल पहुंच गए। यहां घंटों इंतजार करते रहे। बाद में पता चला कि हड़ताल है तो वहीं बाद में आयुष चिकित्सकों ने मरीजों का उपचार किया, लेकिन ऑपरेशन के लिए ओपीडी बंद रही। हालांकि कोई गंभीर मरीज नही आया। बुरहानपुर जिला अस्पताल में पदस्थ करीब 65 डॉक्टर 1 मई से हड़ताल पर चल रहे है। यह हड़ताल पिछले दो दिनों से चल रही थी किन्तु पहले दिन सभी 65 डॉक्टरों ने जिला स्तर पर काली पट्टी बांधकर कामकाज किया था। दूसरे दिन 2 मई को जिला स्तर पर ही सुबह 11 से 1 बजे तक हड़ताल की थी। वहीं आज 3 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। जिले के कुल 65 डॉक्टर हड़ताल पर हैं। इसके ऐवज में स्वास्थ्य विभाग ने आयुष विभाग के करीब 23 डॉक्टरों की व्यवस्था की है जो ऑपरेशन नही कर पाएंगे, लेकिन सामान्य बीमारियों का उपचार कर रहे हैं। 2008 की पॉलिसी का केंद्र के डॉक्टरों को मिल रहा लाभ। डॉक्टरों का कहना है कि डॉक्टर्स के लिए पॉलिसी 2008 का फायदा केंद्र सरकार के अधिन डॉक्टर्स और बिहार, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में मिल रहा है। मप्र में भी इसका लाभ मिलना चाहिए। मप्र में यह स्कीम लागू नही है। इसके अलावा संविदा चिकित्सकों का नियमितीकरण, अनुबंधित डॉक्टरों की वेतन विसंगति दूर कर संविदा चिकित्सक के बराबर वेतन करने, प्रशासनिक अधिकारियों का हस्तक्षेप खत्म करने आदि मांगों को लेकर हड़ताल की जा रही है। यातायात व्यवस्था को सही करने के लिए एसपी ने संभाली कमान भाजपा विधायक का बड़ा बयान आप मुझे 30 सीट जीता कर दो मैं आपको विंध्य दूंगा फसल मुआवजे को लेकर मुख्यमंत्री से मिला किसानों का प्रतिनिधिमंडल