चंडीगढ़: पंजाब में मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान जत्थेबंदियों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। लगभग एक माह पहले से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन अभी तक थमता नहीं दिख रहा है। हर दिन किसानों द्वारा नेताओं के घरों का घेराव कर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इनके विरोध में अलग-अलग जत्थेबंदियों और पंजाबी कलाकारों द्वारा विभिन्न जगहों पर धरने दिए जा रहे हैं। इन धरनों में पंजाबी कलाकार भी किसानों के साथ खड़े नज़र आ रहे हैं। किसान प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि इन बिलों को वापिस लिया जाए नहीं तो आंदोलन की रफ्तार और बढ़ाई जाएगी। इसी क्रम में पंजाब की विभिन्न जत्थेबंदियों ने मिलकर 5 नवंबर को प्रस्तावित देशभर में चक्का जाम करने का फैसला लिया है जिसके लिए 67 टीमें भी गठित की गई है। 5 नवंबर के चक्का जाम के लिए बनाई गई 67 टीमें पंजाब में सभी नेशनल और स्टेट हाईवे को चक्का जाम करेगी ताकि इस कोई भी पंजाब से आवागमन न कर सके। आपको बता दें कि कृषि कानूनों की वजह से पंजाब में राजनीति का समीकरण भी पूरी तरह से बदल दिया है। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने अपना भाजपा के साथ 24 वर्ष पुराना गठबंधन तोड़ दिया। आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस की ओर से भी केंद्र के कानून का जमकर विरोध किया जा रहा है। मप्र उपचुनाव: दिग्गी ने EVM पर उठाए सवाल, सिंधिया बोले- आपने MP का क्या हाल करके छोड़ा ? मप्र उपचुनाव: 28 सीटों पर वोटिंग जारी, शिवराज बोले- मित्रों... आ गई निर्णय की घड़ी बिहार चुनाव: दादी को साइकिल पर लेकर पहली बार मतदान करने पहुंची प्रियंका