अपने किसी करीबी के गुजर जाने का कई लोग सदमा बर्दास्त नहीं कर पाते हैं और अक्सर अवसाद में चले जाते हैं. ऐसा ही कुछ मजेदार वाकिया देखने मिला पर जहाँ एक 68 साल के बुजुर्ग ने अपनी पत्नी के गुजर जाने के बाद अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए एक मस्त तरकीब आजमाई. दरअसल नेपाल में रहने वाले 68 साल के दुर्गा कामी ने अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए10वीं कक्षा में एडमिशन ले लिया. ताज्जुब की बात तो यह कि बुजुर्ग को एडमिशन भी मिल गया है. दुर्गा अपने बचपन में अपनी स्कूल की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए थे.पर उन्होंने फैसला किया है कि वो अपनी कक्षा 10 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करके मानेंगे.दुर्गा काठमांडू से 250 किमी दूर स्यांगजा प्रांत के रहने हैं. दुर्गा बचपन से ही अध्यापक बनना चाहते लेकिन अपनी गरीबी कारण उनके माता-पिता उन्हें पढ़ा नहीं सकें. उनके परिजनों में उनके 6 बच्चे और आठ नाती-पोते हैं पर कोई भी उनके साथ नहीं रहता है. पत्नी के गुजर जाने के बाद दुर्गा अकेले पड़ गए थे ऐसे में उन्होंने फैसला लिया. उन्होंने श्री काल भैरव हायर सेकेंडरी स्कूल में एडमिशन लिया और वो रेगुलर अपना स्कूल यूनिफार्म पहनकर स्कूल जाते है. मुखाग्नि में शव की खोपड़ी पर क्यों दी जाती चोट जब शादी में दूल्हा ने सबके सामने दुल्हन के साथ किया ये काम एक कीड़ा निगल गया दुनिया की सबसे उम्रदराज मकड़ी को