नई दिल्ली: भारत के नए कृषि कानूनों के खिलाफ बीते 30 दिनों से आंदोलन कर रहे किसानों के लिए सात प्रभावशाली अमेरिकी सांसदों के एक ग्रुप ने विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ को पत्र लिखकर अपने भारतीय समकक्ष के साथ भारत में चल रहे किसानों के आंदोलन का मुद्दा उठाने का अनुरोध किया है। इसमें समूह में भारतीय-अमेरिकी महिला सांसद प्रमिला जयपाल भी शामिल हैं। किन्तु भारत ने विदेशी नेताओं और राजनेताओं द्वारा किसानों के विरोध पर की गई टिप्पणियों को ''अनुचित" और ''अधूरी व गलत सूचना पर आधारित'' करार दिया है। साथ ही भारत ने यह भी कहा है कि यह मामला एक लोकतांत्रिक देश के आंतरिक मामलों से जुड़ा हुआ है। इस संबंध में भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा था कि "हमने कुछ अधूरी सूचनाओं पर आधारित टिप्पणियों को देखा, जो भारत में किसानों से संबंधित हैं। यह टिप्पणियां अनुचित हैं, साथ ही यह एक लोकतांत्रिक देश के आंतरिक मामलों से जुड़ा हुआ हैं।" आपको बता दें कि किसानों के मामले में 23 दिसंबर को अमेरिकी सांसदों ने पोम्पियो को चिट्ठी लिखी थी। इस पत्र में कहा गया है कि ये मामला पंजाब से संबंधित सिख अमेरिकियों से भी जुड़ा हुआ है और यह अन्य राज्यों के भी भारतीय अमेरिकियों को प्रभावित कर रह रहा है। 30 पैसे किलो बिक रहा टमाटर, मंडी अधिकारियों के खिलाफ किसानों ने किया प्रदर्शन मिस्र, जॉर्डन, इराक वाणिज्यिक और औद्योगिक एकीकरण को करेंगे लागू Twitter इंगेजमेंट की लिस्ट जारी, आनंद महिंद्रा ने फिर मारी बाजी, बने नंबर- 1