वाशिंगटन: इंटरपोल ने बाल यौन शोषण (child sexual abuse) को लेकर चिंता प्रकट की है। इंटरपोल के सिक्योरिटी जनरल जर्गेन स्टॉक ने आज सोमवार (17 अक्टूबर) को इस पर अपनी बात रखी। इसके अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय चाइल्ड सेक्सुअल एक्सप्लॉयटेशन डेटाबेस को देखने के बाद हैरान कर देने वाली बात सामने आई है। इसमें दिखा है कि औसत रूप से प्रति दिन 7 बच्चे चाइल्ड एब्यूज का शिकार बन रहे हैं। इसके साथ ही इंटरपोल ने अपराधों के आर्थिक तौर पर भी समाज पर असर पड़ने की बात कही है। इंटरपोल के सेक्रेट्री जनरल जर्गेन स्टॉक ने कहा कि रोज़ाना 7 बच्चे चाइल्ड एब्यूज का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने इस संबंध में चाइल्ड सेक्सुअल एक्सप्लॉयटेशन डेटाबेस का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि अभी तक 30 हजार पीड़ितों की पहचान की जा चुकी हैं। स्टॉक ने कहा कि बच्चे पूरे विश्व में सबसे आसान शिकार हैं। इन्हें इस प्रकार के उत्पीड़न से बचाने के लिए हमें अपनी लड़ाई को और अधिक तेज करना होगा। इंटरपोल के अनुसार, वास्तविक दुनिया के साथ-साथ आभासी दुनिया में भी हिंसा में वृद्धि हुई है। इसके चलते सामाजिक और आर्थिक रूप से नकारात्मक असर पड़ रहा है। इंटरपोल के सेक्रेट्री जनरल ने कहा कि इन अपराधों के प्रभाव से सरकार और व्यापार भी अछूते नहीं हैं। ऑर्गनाइज्ड क्राइम करोड़ों डॉलर कमा रहा है। उन्होंने कहा कि तथ्य यह है कि चुराई गई संपत्तियां अपराधियों के ही ही हाथ में रह जा रही हैं। यह एक बड़ी चिंता का विषय है। यूक्रेन पर रूस ने किए ड्रोन अटैक, कई इमारतें तबाह, 100 से अधिक इलाकों में बिजली गुल दिवाली बाद पीएम पद से हटा दी जाएंगी लिज़ ट्रस, विरोध में ब्रिटेन के 100 सांसद 'मुल्लों को भागना पड़ेगा..', ईरान में सड़कों पर हिजाब जला रही मुस्लिम महिलाएं, अब तक 144 की मौत