जमशेदपुर/सरायकेला : बच्चा चोरी की अफवाह से भड़की हिंसा ने अब तक सात लोगों की मौत की नींद सुला दिया है. इनमें से 4 लोग जमशेदपुर जबकि 3 सरायकेला में मारे गए. शनिवार को जमशेदपुर के मानगो इलाके में भीड़ ने एक समुदाय के घरों और पुलिस पर पथराव किया. जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस छोड़ी. इलाके में तनाव है और RAF (रैपिड एक्शन फोर्स) को तैनात किया गया है. गौरतलब है कि घटना की शुरुआत गुरुवार रात को हुई. जब कुछ लोगों ने बच्चा चोरी की अफवाह के बाद जमशेदपुर में तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी. इसके बाद सरायकेला में भी चार लोगों की हत्या हो गई.शुक्रवार कोजब इनके शव मिले तो दोनो समुदायों में तनाव बढ़ गया. एक-दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया .पुलिस ने जब बिगड़े हालात संभालने की कोशिश की तो उस पर भी पथराव किया गया. पुलिस के अनुसार कुछ लोग मामले को सांप्रदायिक रंग देने की साजिश कर रहे हैं. बता दें कि उग्र भीड़ ने जमशेदपुर एसएसपी अनूप टी. मैथ्यू की गाड़ी पर भी हमला किया. जमशेदपुर में हिंसा और पथराव से कुछ पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है. कहा जा रहा है कि भीड़ ने मानगो थाने में भी तोड़फोड़ की. कुछ दुकानों में भी तोड़फोड़ कर सड़कों पर टायर जलाए गए. पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान ना देने कि अपील की है. एसएसपी मैथ्यू ने कहा बच्चा चोरी की सिर्फ अफवाह थी. किसी थाने में ऐसी कोई शिकायत दर्ज नहीं है . वहीं कलेक्टर अमित कुमार ने कहा कि हंगामा करने वाले लोगों की पहचान की गई है. अफवाहों पर रोक लगाने के प्रयास जारी है. हत्यारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. यह भी देखें नक्सलवाद को लेकर केंद्र आज करेगा प्रभावित राज्यों से बात मुझ पर लगे सभी आरोप गलत है : नासिर जमशेद