वेतनभोगियों पर पड़ी कोरोना की मार, महामारी के दौरान बंद हुए 71 लाख लोगों के PF अकाउंट

नई दिल्ली: कोरोना महामारी का कहर पूरी दुनिया में टूट रहा है. भारत में भी इसने काफी तबाही मचाई है. कोरोना महामारी के कारण देश की अर्थव्यवस्था (Economy) भी बुरी तरह से चरमरा गई है. सिर्फ कोरोना के चलते अप्रैल से दिसंबर 2020 के बीच लगभग 6.5 फीसदी पीएफ अकाउंट बंद हो गये. ईपीएफओ (EPFO) की माने तो, 71 लाख से अधिक पीएफ अकाउंट बंद हो गए हैं. जो दर्शाता है कि कोरोना के चलते किस तरह नौकरी पेशा लोग बेरोजगार हुए हैं.

EPFO के अनुसार, गत वर्ष लगे लॉकडाउन के कारण देश में रोजगार की जबरदस्त कमी हुई थी. इससे सबसे अधिक परेशानी सैलरी क्लास के लोगों को हुई. सरकारी आंकड़ो की माने तो पीएफ अकाउंट बंद होने वालों की कुल संख्या 70 लाख के पार पहुंच चुकी है. उल्लेखनीय है कि 2020 से पहले EPFO में लगभग 6 करोड़ रजिस्टर्ड खाते थे. इनमें से 66.7 लाख से अधिक ऐसे खाते हैं जो 2019 -20 में जोड़े गए. किन्तु सिर्फ कोरोना काल में ही 6.5 फीसदी एकाउंट्स को बंद करना पड़ा है.

कोरोना महामारी के संकट काल में केवल लोगों के पीएफ अकाउंट ही नहीं बंद हुए. इस काल में लगभग 33 फीसदी लोगों ने अपने पीएफ से फंड की भी निकासी की. बड़ी तादाद में ऐसे लोग थे जो नौकरी चली जाने की सूरत में पीएफ फंड से पैसा निकालकर अपना गुजार-बसर कर रहे थे.

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