लखनऊ: उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड के प्रमुख इफ्तिखार अहमद जावेद ने गुरुवार (21 अक्टूबर) को कहा है कि एक राज्यव्यापी सर्वेक्षण में कहा है कि प्रदेश में बगैर मान्यता के 7189 चल रहे हैं। इन मदरसों से 16 लाख से ज्यादा छात्रों को तालीम दी जाती है। जावेद ने यह भी बताया है कि इन मदरसों में तक़रीबन 3000 शिक्षक और अन्य कर्मचारी कार्यक्रत हैं। उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड के मुताबिक, राज्य में करीब 16,513 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं। इनमें से 560 यूपी सरकार से अनुदान प्राप्त कर रहे हैं। मान्यता प्राप्त मदरसों में 20 लाख से ज्यादा बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। बता दें कि यूपी में बिना मान्यता के चल रहे मदरसों को चिन्हित करने और उनके धन, आय के स्रोत, उन्हें चलाने वाले संगठनों और उनके पाठ्यक्रम के संबंध में विवरण जुटाने के लिए 10 सितंबर को सर्वेक्षण आरंभ किया गया था। जावेद ने कहा है कि, 'बिना मान्यता प्राप्त मदरसों की तादाद बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि जानकारी अभी भी आ रही है। अगले कुछ दिनों तक बहराइच और गोंडा के बाढ़ प्रभावित इलाकों में सर्वेक्षण जारी रहने की संभावना है। उन क्षेत्रों के कर्मचारियों ने सर्वेक्षण पूरा करने के लिए कुछ और वक़्त मांगा है।' सर्वेक्षण के नतीजों का विश्लेषण 15 नवंबर तक किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि, 'हमारा प्रयास रहेगा कि इन 7189 मदरसों को जल्द से जल्द मान्यता दी जाए। हम लगभग 16 लाख छात्रों का भविष्य सुरक्षित करना चाहते हैं। हम नहीं चाहते कि इन मदरसों के बच्चे छोटे-मोटे काम करें। हम छात्रों को मुख्यधारा में लाना चाहते हैं।' कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव हारने के बाद भी शशि थरूर पर क्यों भड़के मधुसुधन मिस्त्री? डेंगू से तड़पते मरीज को प्लाज़्मा की जगह चढ़ा दिया मौसम्बी का जूस, शख्स ने तोड़ा दम 'पहले युवा पत्थरबाज़ी करते थे और आज...', पुलिस स्मृति दिवस पर बोले अमित शाह, शहीदों को दी श्रद्धांजलि