भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईट कंपनी इन्फोसिस में वित्त वर्ष 2019-20 में करोड़पति कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है. कंपनी के 2019-20 के करोड़पति क्लब में 74 कर्मचारी शामिल थे, जबकि एक साल पहले कंपनी में 64 करोड़पति थे. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है. इन्फोसिस में वाइस प्रेसिडेंट और सीनियर वाइस प्रेसिडेंट स्तर के 74 अधिकारी करोड़पति की लिस्ट में शामिल हैं. इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारेख के वेतन पैकेज में 2019-20 में लगभग 39 फीसद बढ़ोतरी हुई है और यह 34.27 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. 2018-19 में पारेख की सैलरी 24.67 करोड़ रुपये थी. इन्फोसिस के सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के कर्मचारियों स्टॉक इंसेंटिव मिलने से उनके करोड़पति संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है. BSE में इस नाम से सोने-चांदी का वायदा कारोबार हुआ प्रारंभ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इन्फोसिस के बड़े अधिकारियों को मिलने वाले वेतन पैकेज में फिक्स पे, वेरिएबल पे, रिटायरमेंट पर मिलने वाले बेनिफिट और स्टॉक ऑप्शन शामिल हैं. इन्फोसिस में लीडरशिप लेवल के स्टाफ का वेतन पैकेज समान है और साल 2019 में इस लेवल पर कोई प्रमोशन नहीं मिला है. Honda ने भारतीय बाजार में लॉन्च की यह बाइक, कीमत है मात्र 62,729 रु आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पिछले साल इन्फोसिस के बोर्ड ने अपने कर्मचारियों को करोड़ों रुपये के शेयर देने के प्लान को गति दी थी. कर्मचारियों को परफॉर्मेंस के आधार पर इंसेंटिव के नए प्रोग्राम के तहत शेयर दिए जाएंगे. शेयरधारकों की मंजूरी के बाद स्टॉक ऑनरशिप प्रोग्राम लागू हुआ. साल 2015 की योजना के मुताबिक इन्फोसिस समय के आधार पर शेयर देती थी, लेकिन अब परफॉर्मेंस के आधार पर दिए जाएंगे. वही, पिछले साल इंफोसिस के कर्मचारियों की सैलरी में 10 फीसद वृद्धि हुई है, जिसके बाद यह 6.8 लाख रुपए हो गया है. पिछले साल यह 6.2 लाख रुपये था. भारत में कर्मचारियों की औसत वेतन वृद्धि 7.3 फीसद रही है. एयर एशिया ने 40 प्रतिशत काटा पायलटों का वेतन लॉकडाउन में इंडिगो एयरलाइन को झटका, चौथी तिमाही में 871 करोड़ रुपये का नुकसान गृह मंत्री अमित शाह को CAIT का पत्र, की व्यापार का समय बदलने की मांग