लखनऊ : उतर प्रदेश चुनाव के पास आते ही नेता पार्टी बदलने का खेल खेलने लगे है। अलग-अलग पार्टियों के 8 विधायकों ने बीजेपी का दामन थामा है। बता दें कि कल कांग्रेस व समाजवादी पार्टी के चार विधायकों बसपा में शामिल हुए थे। कांग्रेस के तीन व सपा के एक विधायक बसपा में आ मिले। बसपा में शामिल होने वाले ये सारे विधायक मुसलमान है। कांग्रेस के मोहम्मद मुस्लिम, नवाब काज़िम अली खान, दिलनवाज़ खान और समाजवादी पार्टी के नवाजिश आलम खान ने अपनी-अपनी पार्टी का हाथ छोड़ दिया। चुनावी गणित पर फिट बैठने के लिए बसपा दलित और मुस्लिम राजनीति की ओर फोकस करने लगी है। उतर प्रदेश में कुल 20 फीसदी मुसलमान तो 21 फीसदी दलित है। परंपरागत तरीके से ब्राह्मण वोट बसपा के खाते में रहे है। इसलिए बसपा ब्राह्मण, दलित व मुसलमान को साथ लाने की फिराक में है, लेकिन बीजेपी ने आठ नेताओं को एक साथ शामिल कर लिया है, जिससे जाहिर तौर पर पार्टी की ताकत में इजाफा होगा। दलित राजनीति पर चर्चा, छवि सुधारने के लिए घर-घर जाएंगे मोदी के मंत्री