शाहजहांपुर. उत्तर प्रदेश में एक 8 साल का बच्चा पिछले 15 दिनों से अपने पिता की जिन्दगी बचाने के लिए अस्पताल में भटक रहा है पर अस्पताल दो यूनिट खून का इंतज़ाम नहीं कर पा रहा. शाहजहांपुर के जिला अस्पताल के अधिकारियों और डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए हैं. थाना सिंधौली के आयूँ गांव के निवासी लालजीत ने बताया कि गांव के ही दबंग भू माफियाओं ने उसकी जमीन पर कब्ज़ा कर लिया. जब उसने पुलिस से शिकायत की तो 6 दबंगों ने घर में घुसकर लाठी-डंडों से पीट-पीटकर उसके हाँथ पांव और पसलियों की हड्डी तोड़ दी. थाने में तहरीर देने के बावजूद पुलिस ने अभी तक दबंगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. गंभीर रूप से घायल लालजीत को 3 दिसम्बर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसके ऑपरेशन के लिए 4 यूनिट ब्लड का इंतजाम करने को कहा, उसके बिना इलाज नहीं हो सकेगा. लालजीत बहुत गरीब है और उसका 8 साल का बेटा जगमोहन ही अस्पताल में उसकी देखभाल करता है. लालजीत को मीडिया के दखल के बाद 2 यूनिट खून अस्पताल द्वारा दे दिया गया, लेकिन शेष दो यूनिट खून के अभाव में उसका ऑपरेशन नहीं हो पाया. अपने आखिरी साँसे गिन रहे पिता की जिन्दगी बचाने के लिए, 8 साल का मासूम पूरे अस्पताल में पिछले 15 दिनों से दो यूनिट खून की तलाश में चक्कर काट रहा है, लेकिन कोई उसकी नहीं सुन रहा. ट्रेन में बच्चे के जन्म पर केंद्रीय मंत्री ने बांटी मिठाई नाबालिग की रजामंदी से संबंध बनाने पर 10 साल की सज़ा दूध बांटने गई ग्वालन से दुष्कर्म