भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी में अब कोरोना का संक्रमण लगातार तेजी से फैलता जा रहा है. पिछले पांच दिन में कोरोना मरीजों की संख्या 84 तक पहुंच गई है. इन पांच दिनों में हर रोज औसत 20 पॉजिटिव केस सामने आए. इनमें सबसे ज्यादा स्वास्थ्य कर्मी और पुलिस कर्मी शामिल हैं. इसलिए भोपाल में कई अफसर ड्यूटी के बाद घर नहीं जा रहे हैं. 2100 पुलिस कर्मियों को होटल, लॉज और गेस्ट हाउस में ठहराया गया है. इधर, लगातार फैलते संक्रमण को देखते हुए कलेक्टर तरुण पिथोड़े और डीआईजी इरशाद वली ने भी कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल दिए. अब तक मिले संक्रमित लोगों में दो मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. एक संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गई है. बता दें की भोपाल में 84 पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद 84 ही क्षेत्रों को कैंटोनमेंट एरिया घोषित कर दिया गया है. यहां पर एक किलोमीटर के दायरे में आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है. नगर निगम की टीमें इन क्षेत्रों को सैनिटाइज करने का काम कर रही हैं. भोपाल पुलिस ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध विगत 24 घंटे में 62 केस दर्ज किए हैं. जिले में 22 मार्च से अब तक 674 केस दर्ज किए गए. जानकारी के लिए बात दें की मध्य प्रदेश में 313 कोरोना संक्रमित हो गए हैं. इनमें एक पॉजिटिव यूपी के कौशांबी का रहने वाला है. इसके अलावा, इंदौर 173, भोपाल 84, मुरैना 13, जबलपुर 8, उज्जैन 13, खरगोन 4, बड़वानी 3, ग्वालियर में छह, शिवपुरी और छिंदवाड़ा में 2-2, कटनी, विदिशा, बैतूल, श्योपुर, होशंगाबाद में एक-एक संक्रमित मिला. अब तक इंदौर में 15, उज्जैन में 5, भोपाल, छिंदवाड़ा, खरगोन में एक-एक की मौत हो गई. इसमें इंदौर 14, जबलपुर 3, भोपाल 2, शिवपुरी और ग्वालियर में एक-एक मरीज स्वस्थ्य होने पर घर भेज दिया गया. गिलास में कम निकला दूध तो पिता ने बेटे को मार दी गोली लॉकडाउन: जरूरतमन्दों के लिए गोरक्षपीठ ने खोला खज़ाना, रोज़ाना चल रहा भंडारा कोरोना: सुरक्षित रहे परिवार, इसलिए डॉक्टर ने कार को ही बना लिया अपना घर