नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और कोरोना से संबंधित महत्वपूर्ण जीवन रक्षक दवाओं और अन्य आवश्यक मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी के मामले में नित नए खुलासे हो रहे हैं. साउथ दिल्ली के एक रेस्टोरेंट से 419 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बरामद होने के बाद शुक्रवार को भी खान मार्केट के मशहूर खान चाचा रेस्टोरेंट से 96 और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मिले हैं. इससे पहले सुबह खान मार्केट की एक अन्य दुकान से 9 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मिले थे. प्राप्त जानकारी के अनुसार, अब तक पुलिस को छापेमारी में 524 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बरामद किए जा चुके हैं. बता दें कि एक ओर दिल्ली में लोग ऑक्सीजन और दवाओं के अभाव में कोरोना मरीज मर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर लोग इन जीवन रक्षक चीजों की ब्लैक मार्केटिंग करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, इस रैकेट में एक बड़े कारोबारी और एक अन्य पेज-3 सेलिब्रिटी के भी शामिल होने के प्रमाण मिले हैं. इन दोनों को जल्द ही पूछताछ के लिए भी बुलाया जा सकता है. पुलिस ने दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके से भी कालाबाजारी में शामिल दो लोगों को अरेस्ट किया है. ये दोनों जीवन रक्षक उपकरणों की कालाबाजारी कर उन्हें मनमानी कीमतों पर बेच रहे थे. ग्रेटर कैलाश से पुलिस ने 10 मेडिकल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 3486 डिजिटल थर्मामीटर ,265 डिजिटल गन थर्मामीटर , 684 ऑक्सीमीटर बरामद किए हैं. ग्रेटर कैलाश थाने के SHO रितेश कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें खबर मिली थी कि कुछ लोग कोविड से संबंधित दवाओं और अन्य जीवन रक्षक उपकरणों को ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं. पुलिस ने गुरुवार रात 9 बजे ग्रेटर कैलाश की एम ब्लॉक मार्केट से इन आरोपियों को अरेस्ट किया है. इन आरोपियों में से एक का नाम सईद है, जो कि दिल्ली के ही जामिया नगर का निवासी है. इसके साथ गिरफ्तार हुए दूसरे शख्स का नाम मुकीम है. दोनों ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि ये कई दिनों से ऊंचे दामों पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और अन्य आवश्यक उपकरणों को बेच रहे हैं. बता दें कि दिल्ली हाई कोर्ट लगातार राजधानी में ऑक्सीजन की कमी को लेकर केंद्र सरकार को फटकार लगा रही है और दूसरी तरफ दिल्ली में ऑक्सीजन होते हुए भी ऐसे अपराधियों के कारण मरीजों के काम नहीं आ पा रही है. कमजोर हाजिर मांग के कारण कच्चा तेल वायदा कीमतों में आई भारी गिरावट कोरोना की दूसरी लहर पहली तिमाही FY22 में आर्थिक जोखिम बन गई है: वित्त मंत्रालय टाटा मोटर्स का बड़ा फैसला, यात्री वाहनों की कीमतों में की वृद्धि