केला खाना सभी पसंद करते हैं और इसे हर उम्र के लोग पसंद करते है। जी दरअसल केला स्वादिष्ट होने के साथ कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। हालाँकि कई लोग रोज केले का सेवन करते हैं। आपको बता दें कि एक हालिया रिसर्च में खुलासा हुआ है कि प्रतिदिन एक केला खाने से कई तरह के कैंसर का खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है। जी हाँ, हालाँकि सिर्फ केला ही नहीं बल्कि रजिस्टेंट स्टार्च से भरपूर खाद्य पदार्थ कैंसर से बचाव कर सकते हैं। जी दरअसल इस ट्रायल के शोधकर्ताओं ने कैंसर को लेकर किन ज़रूरी बातों को साझा किया है यह हम आपको बताने जा रहे हैं। सामने आने वाली एक रिपोर्ट के मुताबिक, रजिस्टेंट स्टार्च (RS) कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं, जो छोटी आंत से बिना डाइजेस्ट हुए बड़ी आंत तक पहुंचते हैं। बड़ी आंत में यह डाइजेस्ट हो जाते हैं। इसी के साथ रजिस्टेंट स्टार्च प्लांट बेस्ड फूड जैसे केला, सेम, अनाज, चावल, पका हुआ और ठंडा पास्ता आदि में भरपूर मात्रा में पाया जाता है। आपको बता दें कि यह फाइबर का एक हिस्सा होता है, जो कोलोरेक्टल कैंसर और कई बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद करता है। जी दरअसल ब्रिटेन की न्यू कैसल और लीड्स यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने पता लगाया है कि रजिस्टेंट स्टार्च पाउडर लिंच सिंड्रोम वाले लोगों में भी कैंसर के जोखिम को कम करता है। इसके अलावा रिसर्च में शामिल लोगों को हर दिन 30 ग्राम रजिस्टेंट स्टार्च की मात्रा दी गई जो करीब एक कच्चे केले के बराबर थी। इसके शोधकर्ताओं ने करीब 10 साल तक फॉलोअप के बाद डाटा इकट्ठा किया था। इसमें पता चला कि ऐसे लोगों में नॉन कोलोरेक्टल कैंसर का जोखिम 10 सालों तक कम रहा और यह आगे भी कम होने की संभावना बनी रही। हालाँकि अभी इस बारे में रिसर्च करना बाकी है कि किस तरह रजिस्टेंट स्टार्च कई तरह के कैंसर के खतरे को कम करता है। वहीं इतना जरूर पता चल चुका है कि इसमें गट माइक्रोबायोटा अहम भूमिका निभाता है। 'ये नीतीश नहीं 'नाश' कुमार हैं, पलटने का मौसम आ गया', RCP के इस्तीफे के बाद भड़का ये नेता कब और कहाँ होगी आलिया की डिलीवरी, सारी डिटेल आई सामने रक्षाबंधन पर रेलवे का बड़ा ऐलान, चलाने जा रहा है ये 12 स्पेशल ट्रेनें