मॉस्को: रूस के कजान शहर में एक बड़ा हमला हुआ है, जिसे 9/11 जैसी घटना से जोड़ा जा रहा है। राजधानी मॉस्को से लगभग 720 किलोमीटर दूर स्थित कजान में एक ऊंची इमारत को ड्रोन के जरिए निशाना बनाया गया। इस हमले का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि एक ड्रोन इमारत से टकरा रहा है। इस हमले का शक सीधे तौर पर यूक्रेन पर जताया जा रहा है। यूक्रेन के खिलाफ जारी युद्ध में रूस ने उत्तर कोरिया के सैनिकों को भी शामिल किया है। हालांकि, खबरों के अनुसार, युद्ध में इन सैनिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। यूक्रेन की सैन्य खुफिया सेवा ने बताया है कि उत्तर कोरियाई सैनिक अब यूक्रेनी ड्रोनों का पता लगाने के लिए और अधिक निगरानी चौकियां स्थापित कर रहे हैं। अमेरिका ने भी पहली बार यह पुष्टि की है कि यूक्रेन के खिलाफ रूसी सेना के साथ लड़ रहे उत्तर कोरियाई सैनिकों को काफी नुकसान हुआ है। यूक्रेन की रक्षा खुफिया एजेंसी (डीआईयू) के अनुसार, उत्तर कोरियाई सैनिकों ने गंभीर नुकसान झेलने के बाद निगरानी चौकियों की संख्या बढ़ा दी है ताकि वे यूक्रेनी ड्रोनों का पता लगा सकें। रिपोर्टों के अनुसार, रूस अब भी पश्चिमी सीमावर्ती क्षेत्र कुर्स्क में उत्तर कोरियाई सैनिकों का इस्तेमाल कर रहा है। योनहाप समाचार एजेंसी ने बताया है कि उत्तर कोरियाई सैनिकों की लगातार तैनाती से यह संकेत मिलता है कि रूस अपने आक्रामक अभियानों की गति बनाए रखना चाहता है। दक्षिण कोरिया की राष्ट्रीय खुफिया सेवा (एनआईएस) ने खुलासा किया है कि रूस भेजे गए कम से कम 100 उत्तर कोरियाई सैनिक मारे गए हैं, जबकि करीब 1,000 सैनिक घायल हुए हैं। रिपोर्टों में कहा गया है कि इन सैनिकों को ड्रोन हमलों से निपटने का अनुभव नहीं था, जिससे वे 'अपरिचित युद्धक्षेत्रों' में भारी हताहत हुए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कुर्स्क सीमा क्षेत्र में लगभग 11,000 उत्तर कोरियाई सैनिक तैनात हैं। इनमें से कुछ सैनिकों को सक्रिय युद्ध अभियानों में तैनात किया गया था, जहां उन्हें बड़े पैमाने पर नुकसान उठाना पड़ा। 'भाजपा की धक्का-मुक्की में खड़गे घायल हो गए, अधिकारियों की जांच हो..', दिग्विजय सिंह की मांग दिल्ली के स्कूलों में भी घुस चुके हैं अवैध बांग्लादेशी..! लेकिन इतनी सुविधाएं दी किसने? साहिबजादे अजित सिंह का बलिदान दिवस! प्राण दे दिए, लेकिन मुगलों के सामने सिर नहीं झुकाया