उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर के महाकालेश्वर मंदिर के प्रांगण में बृहस्पतिवार रात लगभग 10 बजे आग लगने से मंदिर में हड़कंप मच गया। हालांकि वक़्त रहते आग पर नियंत्रण पा लिया गया, जिसके चलते कोई बड़ी दुर्घटना होने से बच गई। महाकालेश्वर मंदिर के प्रांगण में स्थित ओंकारेश्वर मंदिर के सेवकों एवं सुरक्षा गार्ड ने तत्परता दिखाते हुए फायर एक्सटिंग्विशर एवं पानी से आग पर नियंत्रण पाया। मिल रही खबर के मुताबिक, महाकालेश्वर मंदिर में नाग पंचमी की तैयारियां जारी हैं। जिसके चलते यहां अस्थाई पुल का निर्माण किया जा रहा है। बृहस्पतिवार रात 10 बजे के लगभग गैस वेल्डिंग करने के समय सिलेंडर ने आग पकड़ ली। इस के चलते मंदिर प्रांगण में स्थित ओंकारेश्वर मंदिर से थोड़ी दूर पर पड़े हुए गत्ते के पेपर एवं प्लास्टिक बोतल जल गए। आग लगने की खबर पाते ही ओंकारेश्वर मंदिर के सेवक और मंदिर के सुरक्षाकर्मी वहां पर पहुंचे तथा आग पर नियंत्रण पाया। रात में अचानक हुई आगजनी की घटना से हड़कंप के हालात पैदा हो गए थे। साथ ही आपको बता दें कि भगवान महाकाल की हर साल सावन-भादौ मास में सवारी निकाली जाती है और इसी क्रम में इस वर्ष कुल छह सवारियां निकाली जाएंगी। इसी के साथ ही इस बार परंपरागत मार्ग से ही बाबा की पालकी निकाली जाना है। करीब दो सालों से कोरोना के कारण बदले हुए मार्ग से सवारी निकाली जा रही थी, लेकिन इस वर्ष परंपरागत मार्ग से सवारी निकाले जाने की चर्चा है। पीएम मोदी, अमित शाह ने मुर्मू को ऐतिहासिक जीत की बधाई दी कोविड-19 अपडेट: भारत में 21,880 नए मामले, 60 मौतें प्रधानमंत्री ने लोगों से 13-15 अगस्त के बीच घर पर तिरंगा फहराने का आह्वान किया