वैज्ञानिकों तथा चिकित्सकों के एक फोरम ने रविवार को सरकार से आग्रह किया कि वो कोरोनावायरस के बढ़ते केसों के बीच लॉकडाउन या कोई भी उस प्रकार का नियम लागू ना करें, जिससे गरीबों को हानि पहुंचे या उनके जीवन को संकट पैदा हो। फोरम ने प्रशासन से आग्रह किया है कि वो हॉस्पिटलों की संख्या, बिस्तरों तथा मानव संसाधन को बढ़ाकर स्वास्थ्य सेवाओं को वैश्विक स्तर पर स्वीकार्य मानकों तक पहुंचाएं। प्रोग्रेसिव मेडिकोज एंड साइंटिस्ट फोरम के अध्यक्ष डॉक्टर हरजीत सिंह भट्टी ने बताया कि कुछ नेता बड़े धार्मिक समागमों तथा राजनीतिक रैलियों में सम्मिलित हो रहे हैं। साथ ही दूसरों को लॉकडाउन की चेतावनी भी दे रहे हैं, जो कि तर्क से परे है तथा व्यक्तियों को संशय में डालने के साथ ही उद्देश्य के प्रति गंभीरता की कमी को दिखाता है। फोरम ने बताया कि कोरोना वायरस से जुड़े सभी चिकित्सकीय देखभाल तथा टीकाकरण पूरी तरह से वैज्ञानिक सिद्धांतों के अनुरूप होना चाहिए तथा देश के सभी नागरिकों चाहे उनकी सामाजिक-आर्थिक हालात जो भी हो, उन्हें फ्री में टीका लगाया जाना चाहिए। भारत में कोरोनावायरस के प्रतिदिन हैरान करने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं। भारत में कोरोना संक्रमण की गति अब तेजी से बढ़ने लगी है। इसका अनुमान प्रतिदिन सामने आ रहे मामलों की संख्या के आधार पर लगाया जा सकता है। देश में शुक्रवार को कोरोना के केस और दूसरे देशों में मुकाबले में सबसे अधिक सामने आए। बॉलीवुड जगत से एक और कलाकार हुआ विदा, पॉपुलर ‘दादी’ शशिकला का निधन बॉलीवुड जगत में कोरोना ने लिया विकराल रूप, अक्षय के बाद गोविंदा हुए संक्रमित जींद किसान महापंचायत में पहुंचे केजरीवाल, मोदी सरकार पर जमकर साधा निशाना