देहरादून: उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में एक नाबालिग लड़की को लेकर विवाद तेज हो गया है, जब 23 वर्षीय हज्जाम सलमान नाम के युवक पर उसे बहला-फुसलाकर भगाने और धर्म परिवर्तन की कोशिश का आरोप लगा। इस मामले के सामने आने के बाद स्थानीय हिंदू समुदाय में आक्रोश फैल गया और लोग सड़कों पर उतर आए। राज्य महिला आयोग ने भी मामले में सख्त रुख अपनाते हुए आरोपित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) आयुष अग्रवाल से संपर्क कर आरोपितों के खिलाफ कठोर कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने पीड़िता की काउंसलिंग और देखरेख के लिए विशेष व्यवस्था करने को कहा है। फिलहाल, पीड़िता को वन स्टॉप सेंटर में रखा गया है, जबकि आरोपित सलमान और अन्य दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। मामले की शुरुआत तब हुई जब एक स्थानीय विद्यालय के प्रबंधन ने 26 अक्टूबर को पुलिस को सूचित किया कि एक नाबालिग छात्रा फर्जी नाम से इंस्टाग्राम पर इस्लाम से संबंधित सामग्री साझा कर रही थी। इस जानकारी पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने लड़की के परिजनों को सूचित किया, जिसके बाद उन्होंने मामले को गंभीरता से लिया। लड़की की माँ ने 28 अक्टूबर को सलमान के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें छेड़छाड़ और धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया गया। लेकिन उसी दिन रात 11 बजे, लड़की अचानक लापता हो गई, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई। अगले दिन स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और आरोपितों से जुड़ी दुकानों में तोड़फोड़ भी की। तनावपूर्ण माहौल के बीच, प्रदर्शनकारियों ने लड़की को सुरक्षित बरामद करने के लिए पुलिस को 12 घंटे का अल्टीमेटम दिया। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए कॉल डिटेल्स और सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू की। फुटेज से पता चला कि लड़की एक जिम में दो व्यक्तियों के साथ देखी गई थी, जिनकी पहचान राकेश भट्ट और मोहसिन के रूप में हुई। बाद में, पुलिस ने नजीबाबाद (उत्तर प्रदेश) जाकर लड़की को सुरक्षित बरामद किया और सलमान के साथ उसके साथी शान मलिक को गिरफ्तार कर लिया। तीसरा आरोपित, मोहसिन, जो कारपेंटर है, अभी फरार है, और उसकी तलाश जारी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, लड़की का ब्रेनवॉश किया गया था। वह एक मुस्लिम लड़की के संपर्क में थी, जो उसे इस्लामिक वीडियो और लिंक भेजती थी। इस प्रभाव के कारण लड़की ने सोशल मीडिया पर अपना नाम 'मुस्लिम आमीन मिर्जा' रख लिया था और इस्लाम का प्रचार करने लगी थी। सलमान और मोहसिन ने उसे लुभाने के लिए उसका मोबाइल रिचार्ज कराया और पैसे देने का लालच भी दिया। इस मामले में आरोपितों के खिलाफ उत्तराखंड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम और POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस अब फरार आरोपित मोहसिन को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। 2019 में सबसे गरीब विधायक, महज 30000 संपत्ति, आज करोड़पति हैं JMM के मंगल कालिंदी 5 साल पहले 42 के थे, अब 49 कैसे हो गई हेमंत सोरेन की उम्र? ISRO की एक और उड़ान..! लेह से लॉन्च हुआ देश का पहला एनालॉग स्पेस मिशन