दवा के आभाव में मरीज ने तोड़ा दम, देवघर सदर अस्पताल में बड़ी लापरवाही

देवघर: उत्तर प्रदेश के देवघर सदर अस्पताल हमेशा से ही अपने अव्यवस्था की वजह से विवादों में रहा है। रविवार को एक और मामले में देवघर सदर अस्पताल की लापरवाही उजागर हुई है। सरैयाहाट के चिकनया गांव के निवासी मणिकांत ठाकुर जिसकी आयु 40 वर्ष है, आठ दिन पहले एक सड़क हादसे में घायल हो गए थें। जिसके बाद इन्हें बेहतर उपचार के लिए देवघर सदर अस्पताल में एडमिट किया गया था। 

आज सुबह अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और कुछ ही देर मौत हो गयी। मृतक के परिवार वालों ने आरोप लगाया कि मरीज को दवा और इंजेक्शन की आवश्यकता थी, जो अस्पताल में मौजूद नहीं था। तबियत बिगड़ने के बाद मरीज को दवा देने की जगह एक वार्ड से दूसरे वार्ड में घुमाया जा रहा था। इसी बीच मणिकांत ठाकुर की मौत हो गई। इस मामले की सूचना मिलने के बाद देवघर नगर निगम के पार्षद रवि राउत अस्पताल पहुंचे ।

रवि ने कहा कि यह बिल्कुल अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही है । इस मामले को लेकर सीएम, डीसी और सिविल सर्जन से भी शिकायत की गई है। परिजनों का भी कहना है कि यदि वक़्त पर दवा और इंजेक्शन मिल गया होता तो मणिकांत ठाकुर बच जाते। किन्तु अस्पताल प्रबंधन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया । अस्पताल प्रबंधन पर परिजनों ने घोर लापरवाही करने का इल्जाम लगाया है। बहरहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए पहुंचा दिया गया है और इस मामले में परिजन अस्पताल के डाक्टरों व प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं।

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