झारखंड की तैमारा घाटी इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है। लोग यहां से गुजरने पर मोबाइल का समय और साल बदलने की बात कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि इस घाटी में मोबाइल का टाइम जोन दो साल आगे चला जाता है, यानी 2024 के बजाय 2026 दिखने लगता है। इतना ही नहीं, मोबाइल की घड़ी भी गलत समय दिखाने लगती है। वाट्सएप पर डेट सेटिंग का मैसेज भी आने लगता है। सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर लोग काफी उत्सुक हैं। रांची-जमशेदपुर एनएच-33 पर स्थित है घाटी: तैमारा घाटी, रांची-जमशेदपुर हाइवे (एनएच-33) पर स्थित है। रांची से करीब 30 किलोमीटर दूर यह घाटी चारों तरफ पहाड़ों और हरियाली से घिरी हुई है। बरसात के मौसम में यहां बादलों के बीच सफर करने का अलग ही आनंद है। लोग यहां रुककर फोटो खींचते और सेल्फी लेते नजर आते हैं। घाटी करीब एक किलोमीटर के दायरे में फैली हुई है, लेकिन इसका विस्तार दूर-दूर तक है। मंदिर और अन्य आकर्षण: इस घाटी में खास कुछ नहीं दिखता सिवाय एक मंदिर के, जहां बजरंग बली और मां काली की प्रतिमा स्थापित है। राहगीर यहां अक्सर रुककर पूजा करते हैं। घाटी में एनएचएआई द्वारा सोलर लाइट की व्यवस्था भी की गई है, जिससे रात में भी यहां सफर करना आसान होता है। सच्चाई क्या है?: हालांकि, तैमारा घाटी में समय और तारीख बदलने की बात पूरी तरह से अफवाह है। घाटी के पास मोबाइल टावर लगे हुए हैं और रिपोर्ट्स के मुताबिक, टाइम जोन में कोई बदलाव नहीं होता। दैनिक जागरण के संवाददाता ने भी यहां मोबाइल चेक किया, लेकिन कुछ भी असामान्य नहीं पाया। मैसूर पैलेस के बाहर हाथियों में मचाया उत्पात, गुस्से में तोड़ी बैरिकेडिंग और... मशहूर एक्टर के साथ हुई धोखाधड़ी, प्रोड्यूसर ने हड़पे पैसे तिरुपति बालाजी में चढ़ाए गए 500-600 टन बालों का आखिर क्या होता है? यहाँ जानिए