आज है देवशयनी एकादशी जानें शुभ मुहूर्त

आषाढ़ माह की सबसे बड़ी एकादशी आज है यानी आज देवशयनी एकादशी है. आज से भगवान विष्णु खीर सागर की ओर प्रस्थान करेंगे और 4 माह के पश्चात लौटेंगे. हिन्दू धर्म के अनुसार इन चार माह को चातुर्मास कहा जाता है और इस दौरान कोई भी मंगल कार्य नहीं किये जाते. शास्त्रों में कहा गया है जब भगवान विष्णु सोते हैं तो उनके जागने तक कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, जनेऊ, मुंडन नहीं करना चाहिए. कहा गया है इस दौरान भगवान विष्णु का आशीर्वाद नहीं होता तो आज से चातुर्मास आरम्भ होते हैं.

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इसी के साथ हम आपको बता दें, देवशयनी एकादशी के दिन खास पूजा की जाती है जिससे भगवान प्रसन्न होते हैं. देवशयनी एकादशी को पद्मनाभा एकादशी, आषाढ़ी एकादशी और हरिशयनी एकादशी भी कहा जाता है. इस दिन सुबह उठकर स्नान करें और घर को साफ़ सफाई कर स्वच्छ करें. घर में पवित्र जल छिड़कें और भगवान के साथ-साथ आप खुद भी पीले वस्त्र धारण करें. पूजा करते समय आप इस व्रत का संकल्प ले सकते हैं.

इस व्रत का शुभ मुहूर्त भी बता दें कि

एकादशी तिथि प्रारंभ: 22 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 47 मिनट से एकादशी तिथि समाप्त: 23 जुलाई शाम 4 बजकर 23 मिनट तक

इस दौरान रात में भगवान का जागरण करना चाहिए और भगवान विष्णु का पूजन कमल के फूलों से करना चाहिए. ऐसा करने से तीनों लोक के देवता प्रसन्न होते हैं. तो भगवान विष्णु को प्रसन्न करना ना भूलें और भूल से भी इस व्रत के संकल्प को ना तोड़ें. इससे भगवान रुष्ठ हो सकते हैं. 

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