आज के समय में लोग पंचांग देखते हैं, ऐसे में शुभ-अशुभ मुहूर्त से लेकर तिथि तक का ज्ञान मिलता है। तो आइए आज हम आपको दिखाते हैं आज का यानी 3 नवंबर का पंचांग। 3 नवंबर का पंचांग- कार्तिक 12 शक संवत् 1943, कार्तिक कृष्णा त्रयोदशी बुधवार विक्रम संवत् 2078। सौर कार्तिक मास प्रविष्टे 18, रवि उल्लावल 27, हिजरी 1443 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 3 नवंबर सन 2021 ई॰। सूर्य दक्षिणायण, दक्षिण गोल, हेमंत ऋतु। राहुकाल मध्याह्न 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक। त्रयोदशी तिथि प्रातः 9 बजकर 2 मिनट तक उपरांत चतुर्दशी तिथि का आरंभ। हस्त नक्षत्र प्रातः 9 बजकर 58 मिनट तक उपरांत चित्रा नक्षत्र का आरंभ। विष्कुंभ योग अपराह्न 2 बजकर 52 मिनट तक उपरान्त प्रीति योग का आरंभ। वणिज करण प्रातः 9 बजकर 2 मिनट तक उपरांत चतुष्पद करण का आंरभ। चंद्रमा रात्रि 8 बजकर 53 मिनट तक कन्या उपरांत तुला राशि पर संचार करेगा। आज के व्रत त्योहार : श्री हनुमान जयंती, नरक चतुर्दशी। सूर्योदय का समय 3 नवंबर 2021 : सुबह 6 बजकर 34 मिनट पर। सूर्यास्त का समय 3 नवंबर 2021 : शाम 5 बजकर 34 मिनट पर। आज का शुभ मुहूर्त 3 नवंबर 2021 : विजय मुहूर्त दोपहर 01 बजकर 54 मिनट से 2 बजकर 38 मिनट तक रहेगा। निशीथ काल मध्‍यरात्रि 11 बजकर 39 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 05 बजकर 23 मिनट से 5 बजकर 47 मिनट तक। अमृत काल रात को 1 बजकर 55 मिनट से 3 बजकर 22 मिनट तक। सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 6 बजकर 34 मिनट से 9 बजकर 58 मिनट तक। आज का अशुभ मुहूर्त 3 नवंबर 2021 : राहुकाल दोपहर 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक। सुबह 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक यमगंड रहेगा। सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक गुलिक काल रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 11 बजकर 42 मिनट से 12 बजकर 26 मिनट तक रहेगा। भद्रा सुबह 9 बजे से शाम को 7 बजकर 35 मिनट तक। उत्तर प्रदेश में पटाखों की बिक्री पर लगा प्रतिबंध दिवाली पर विश्व का पहला अनोखा थिएटर शुरू करने जा रहा Reliance, जानिए क्या होगा ख़ास दिवाली- धनतेरस पर यहाँ होती है चांदी की मछली की पूजा, जानें इसका पौराणिक महत्व