आज के समय में लोग पंचांग देखते हैं। ऐसे में आज हम लेकर आए हैं आज का यानी 15 अक्टूबर का पंचांग। 15 अक्टूबर का पंचांग- शक संवत् 1943, आश्विनी शुक्ल, दशमी, शुक्रवार, विक्रम संवत् 2078। सौर आश्विन मास प्रविष्टे 30, रवि उल्लावल 08, हिजरी 1443 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 15 अक्टूबर 2021 ई॰। सूर्य दक्षिणायण, दक्षिण गोल, शरद् ऋतु। राहुकाल पूर्वाह्न 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक। दशमी तिथि सायं 6 बजकर 3 मिनट तक उपरांत एकादशी तिथि का आरंभ। श्रवण नक्षत्र प्रातः 9 बजकर 16 मिनट तक उपरांत घनिष्ठा नक्षत्र का आरंभ, शूल योग अर्धरात्रोत्तर 12 बजकर 2 मिनट तक उपरांत गण्ड योग का आरंभ। गर करण सायं 6 बजकर 3 मिनट तक उपरांत विष्टि करण का आरंभ। चंद्रमा रात 9 बजकर 16 मिनट तक मकर उपरांत कुंभ राशि पर संचार करेगा। आज के व्रत त्योहार : विजयादशमी, भरत मिलाप सूर्योदय का समय 15 अक्टूबर 2021 : सुबह 6 बजकर 22 मिनट पर। सूर्यास्त का समय 15 अक्टूबर 2021 : शाम 5 बजकर 51 मिनट पर। आज का शुभ मुहूर्त 15 अक्टूबर 2021 : अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 44 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 2 मिनट से 2 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। निशीथ काल मध्‍यरात्रि 11 बजकर 42 मिनट से 12 बजकर 32 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 5 बजकर 40 मिनट से 6 बजकर 4 मिनट तक। अमृत काल रात को 10 बजकर 55 मिनट से 12 बजकर 32 मिनट तक। ब्रह्म मुहूर्त अगले दिन सुबह 4 बजकर 42 मिनट से 5 बजकर 32 मिनट तक। सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 6 बजकर 22 मिनट से 9 बजकर 16 मिनट तक। रवि योग पूरे दिन रहेगा। आज का अशुभ मुहूर्त 15 अक्टूबर 2021 : राहुकाल सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक। दोपहर में 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। सुबह 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक गुलिक काल रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 8 बजकर 40 मिनट से 9 बजकर 26 मिनट तक रहेगा। उसके बाद दोपहर में 12 बजकर 30 मिनट से 1 बजकर 16 मिनट तक। भद्रा अगले दिन सुबह 5 बजकर 46 मिनट से 6 बजकर 22 मिनट तक। पंचक रात को 9 बजकर 16 मिनट से अगले दिन सुबह 6 बजकर 22 मिनट तक। 'बुराई पर अच्छाई की विजय', इन संदेशों से दें अपनों को दशहरे की बधाई आज बन रहे हैं ये शुभ संयोग, इस तरह करे दशहरा की पूजा, मिलेगा भारी लाभ Happy Dussehra : दशहरा के अवसर पर अपनों को भेजें दशहरा की ढेर सारी शुभकामनाएं