नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में ‘AAP’ की सरकार बनाने के लिए जमकर फ्री के वादे किए थे, मगर अब चुनाव के बाद पंजाब के सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) उन वादों को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार से पैसे माँग रहे हैं। पंजाब के CM भगवंत मान ने गुरुवार (24 मार्च 2022) को राज्य की आर्थिक स्थिति बेहद खराब होने का दावा करते हुए केंद्र सरकार से दो वर्षों के लिए प्रति वर्ष 50000 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद माँगी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मान ने प्रधानमंत्री को राज्य की आर्थिक स्थिति के बारे में बताते हुए कहा कि उनके राज्य पर 3 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है। इसके साथ ही, उन्होंने राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए पंजाब के लिए दो वर्षों के लिए प्रति वर्ष 50000 करोड़ रुपए के विशेष पैकेज की माँग की है। सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में सीएम मान ने कहा है कि, 'मैं आज पीएम मोदी से मिला। उन्होंने मुझे पंजाब का सीएम बनने पर बधाई दी।' इसके बाद पंजाबी में किए गए एक ट्वीट में पीएम मोदी के साथ अपनी मुलाकात के बारे में जानकारी देते हुए, मान ने कहा कि, 'पंजाब के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आज पीएम नरेंद्र मोदी जी से मिला। मुझे राज्य के मुद्दों को सुलझाने के लिए केंद्र सरकार से समर्थन मिलने की पूरी उम्मीद है।' मान ने यह भी कहा कि यदि राज्य को दो साल के लिए विशेष पैकेज मिलता है, तो उनकी सरकार पंजाब की वित्तीय स्थिति को स्थिर करने में सक्षम होगी। बता दें कि ‘AAP’ अध्यक्ष केजरीवाल ने पंजाब की जनता से जमकर मुफ्त के वादे किए थे। केजरीवाल ने पंजाब में सभी लोगों को 24 घंटे मुफ्त बिजली देने का वादा किया था। उन्होंने पंजाब में 18 वर्ष से अधिक आयु की तमाम महिलाओं को 1000 रुपए प्रतिमाह देने का भी वादा किया था। इसके साथ ही केजरीवाल ने पंजाब के सभी स्कूलों और अस्पतालों के पुनर्निर्माण और मोहल्ला क्लीनिक की तर्ज पर ‘पिंड क्लीनिक’ खोलने का भी वादा किया था, जहाँ सभी का मुफ्त उपचार किया जाएगा। इतना ही नहीं शपथ ग्रहण के फ़ौरन बाद भगवंत मान ने 25,000 सरकारी नौकरियां देने का ऐलान किया था। हालाँकि, अब राज्य में सरकार बनने के बाद फ्री के इन वादों को पूरा करने में ‘AAP’ की कोई ख़ास रुचि दिखाई नहीं दे रही है। मान ने पीएम मोदी से मिलने के बाद दावा किया है कि राज्य भारी कर्ज में डूबा हुआ है और इसके लिए उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार से सहायता माँगी है। इससे यह कयास लगाए जाने लगे हैं कि यदि पंजाब में AAP के नेतृत्व वाली सरकार मुफ्त के वादों को पूरा करने में नाकाम रहती है, तो वे एक रणनीति के तहत केंद्र सरकार पर पूरी तरह से इल्जाम लगा सकते हैं। जैसा कि अरविंद केजरीवाल अमूमन करते रहे हैं। इसकी बानगी हमने कोरोना के संकटकाल में ऑक्सीजन को लेकर मचे बवाल के समय भी देखा था। जब केजरीवाल ने ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर केंद्र पर आरोप लगाए थे, वहीं जब ऑक्सीजन की ऑडिट कराने की बात सामने आई थी, तो केजरीवाल की ऑक्सीजन की डिमांड अचानक से काफी कम हो गई थी। वहीं, अब भगवंत मान द्वारा 50000 करोड़ रुपए मांगे जाने पर, केजरीवाल का एक पुराना वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह कह रहे हैं कि मैं पूरा होमवर्क करके जाता हूँ कि पैसा कहाँ से आएगा, हम कैसे सब कुछ करेंगे। NRC लिस्ट के दोबारा सत्यापन के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएगी असम सरकार, कहा- अवैध बांग्लादेशी मुक्त NRC चाहते हैं योगी आदित्यनाथ का 'राजतिलक' आज, 45 से 47 मंत्री ले सकते हैं शपथ CM बनते ही भगवंत मान ने केंद्र से पंजाब के लिए मांगे 50 हज़ार करोड़, PM से मिलकर कही ये बात