रायपुर: छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य क्षेत्र में कोल माइनिंग की इजाजत मिलने का विरोध बढ़ता ही जा रहा है। हसदेव के जंगल को बचाने पूरे देश से आवाज बुलंद हो रही है। पेड़ कटाई मामले में उच्च न्यायालय ने भी राज्य सरकार को फटकार लगाई है। अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुँच चुका है। नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी ने तथ्यात्मक रिपोर्ट तलब की है। क्षेत्र के आदिवासी आंदोलन कर रहे हैं। तीन शिफ्ट में पेड़ों की रखवाली की जा रही है। अब हसदेव बचाने के आंदोलन में आम आदमी पार्टी (AAP) भी कूद पड़ी है। परसा कोल खनन की इजाजत का विरोध और आदिवासी हितों के संरक्षण को लेकर 'AAP' ने 21 मई को सीएम निवास का घेराव करने का ऐलान किया है। AAP के छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी संजीव झा ने रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सीएम भूपेश बघेल व केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। झा ने कहा कि 'AAP' का यह प्रदर्शन सरकार को कुंभकरण की नींद से जगाने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने जिस उम्मीद के साथ आपको चुना है, उस उम्मीद पर खरा उतरने का प्रयत्न कीजिए। उन्होंने कहा कि जंगल की कटाई रोकने तक 'AAP' संघर्ष करेगी। सीएम बघेल के जंगल के नीचे ही कोयला है वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए संजीव झा ने कहा कि जंगल के उस जमीन पर पेड़ हैं। उससे पर्यावरण बचता है। पानी बचता है। इकोलॉजी बचता है। आपको फैसला लेना पड़ेगा कि इंसान से प्यार करते हैं, आप छत्तीसगढ़ से प्यार करते हैं या फिर अडानी की दलाली करना चाहते हैं। 'अपनों ने ही जड़ों में जहर डाल दिया..', जेल से छूटते ही अखिलेश पर जमकर बरसे आज़म खान 131 प्लाट, 30 फ्लैट, 30 मकान..., लालू परिवार के पास कहाँ से आई इतनी संपत्ति ? कांग्रेस के चिंतन शिविर से घबराकर भाजपा ने जयपुर में आयोजित किया अपना कार्यक्रम- अशोक गहलोत