आमिर खान हमेशा एक 'एक्टर' से कहीं अधिक थे, हैं और रहेंगे। इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में 35 वर्षों के अपने शानदार सुपरस्टारडम के उपरांत, आमिर खान को व्यापक रूप से इंडियन सिनेमा के इतिहास में सबसे प्रभावशाली और कुशल एक्टर्स में से एक कहा जाता है, जिन्होंने हिंदी सिनेमा के आर्टिस्टिक और कमर्शियल दोनों पहलुओं पर अहम प्रभाव भी छोड़ दिया है। ऐसा कि दुनिया ने ठहर कर इसे नोटिस किया। ऐसे में इसमें कोई हैरानी की बात नहीं है कि क्यों आमिर खान प्रतिष्ठित टाइम मैगज़ीन के कवर स्टोरी पर दिखाई देने वाले एकमात्र इंडियन मेल अभिनेता बने हुए हैं। 2012 में प्रकाशित, आमिर के प्रतिष्ठित टाइम कवर का टाइटल था 'खान की खोज - क्या एक अभिनेता देश को बदल सकता है'। उनके टीवी शो सत्यमेव जयते के ग्लोबल इम्फैक्ट को देखते हुए इस इशू में भारतीय समाज में प्रमुख मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उनके व्यक्तिगत प्रयास पर वार्ता भी की है। दिलचस्प बात यह है कि जबकि दूसरे एक्टर्स को टाइम कवर पर फीचर किया जा चुका है, उन्हें केवल मैगजीन द्वारा संचालित लिस्टों के हिस्से के रूप में भी दिखाया जा चुका है, न कि एक कवर स्टोरी के तौर पर जो उनके ग्लोबल इम्पैक्ट को उजागर करती हैं। जिसके साथ साथ आमिर खान 'द 100 मोस्ट इन्फ्लुएंशियल पीपल इन द वर्ल्ड' इशू के लिए टाइम के कवर पर भी अपना स्थान भी बना चुके है। आमिर खान की सिनेमाई विरासत के परिभाषित पहलुओं में से एक अर्थपूर्ण और सामाजिक रूप से प्रासंगिक स्क्रिप्ट के चयन के लिए उनका रुझान है। वह महत्वपूर्ण मुद्दों से निपटने और सामाजिक स्टैंडर्ड्स को चुनौती देने वाली परियोजनाओं को चुनने की अपनी क्षमता के लिए जाने जाते हैं। उनकी कई मूवीज ने शिक्षा सुधार ("तारे ज़मीन पर"), ग्रामीण सशक्तिकरण ("लगान"), लैंगिक समानता ("दंगल"), और सामाजिक पूर्वाग्रहों ("पीके") जैसे विषयों को संबोधित भी कर चुके है। ऐसी भूमिकाओं और विषयों को लेकर, आमिर खान इन मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करने और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बातचीत शुरू करने में सक्षम रहे हैं। आमिर खान भारतीय सिनेमा पर एक अमिट छाप छोड़ते हुए एक्टर्स और मूवी मेकर्स की पीढ़ियों को प्रेरित और प्रभावित करते रहे हैं। 'कान 2023' के लिए नॉमिनेट हुई भारत की ये फ़िल्में आखिर क्यों कंगना हुई ELON MUSK की मुरीद...ट्वीट कर कही ये बात अमेरिका राजदूत एरिक गार्सेटी ने किंग खान से की मुलाकात