बॉलीवुड फिल्म जगत के मशहूर अभिनेता आमिर खान को मिस्टर परफेक्शनिस्ट के नाम से जाना जाता है। वह हमेशा अपने काम को पूरी तरह से परफेक्ट बनाने की कोशिश करते हैं। कोई भी काम, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो, उन्हें यह सुनिश्चित करना होता है कि वह बिल्कुल सही तरीके से किया गया हो। अगर कोई चीज गलत हो, तो वह उसे सुधारने की पूरी कोशिश करते हैं और अपने काम में किसी भी तरह की कमी नहीं होने देते। यही वजह है कि आमिर खान की फिल्मों में हमेशा कुछ खास होता है, चाहे वह उनकी अभिनय क्षमता हो या फिर उनके द्वारा किए गए किसी खास प्रोजेक्ट में उनका योगदान। हाल ही में, आमिर ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि वह कुछ समय के लिए फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने का विचार कर रहे थे, लेकिन बाद में उन्होंने इस निर्णय को बदल दिया और इंडस्ट्री में बने रहने का फैसला किया। आमिर खान ने बताया कि कोविड-19 के दौरान उन्होंने अपने जीवन के बारे में गहरे विचार किए। यह समय उनके लिए आत्ममंथन का था, जब वह घर पर अकेले थे और इस दौरान उन्हें एहसास हुआ कि उन्होंने अपने परिवार के साथ बहुत कम समय बिताया है, खासकर उन लोगों के साथ, जिनसे वह सबसे ज्यादा प्यार करते हैं। उन्होंने महसूस किया कि परिवार के साथ समय बिताने की अहमियत को अब समझने का सही वक्त था। आमिर के अनुसार, "जब कोविड-19 आया और मैं घर पर था, तो मुझे यह एहसास हुआ कि इतने सालों में मैंने अपने परिवार को वो समय नहीं दिया है, जिसके वे हकदार थे। यह वक्त था जब मैंने तय किया कि 'लाल सिंह चड्ढा' मेरी आखिरी फिल्म होगी, इसके बाद मैं सिर्फ परिवार के साथ समय बिताऊंगा।" आमिर ने यह निर्णय लिया था कि वह फिल्म इंडस्ट्री छोड़ देंगे और अब सिर्फ अपने परिवार को समय देंगे। हालांकि, उन्होंने यह जानकारी अपने फैन्स से साझा नहीं की थी क्योंकि उनके लिए यह कोई बड़ा बदलाव नहीं था। आमिर से हर साल एक नई फिल्म की उम्मीद नहीं की जाती, और लोग धीरे-धीरे यह मानने लगे थे कि वह रिटायर हो गए हैं। जब 'लाल सिंह चड्ढा' रिलीज हुई, तो फैन्स को यह लगने लगा कि अब आमिर अगले 2-3 सालों तक कोई फिल्म नहीं करेंगे और यदि उनके अगले प्रोजेक्ट्स के बारे में कोई अपडेट नहीं आया, तो यह मान लिया जाएगा कि आमिर ने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ दी है। लेकिन आमिर ने बाद में अपने इस निर्णय को अपने परिवार के साथ साझा किया, जिससे उनकी सोच में बदलाव आया। आमिर ने बताया कि यह निर्णय उन्होंने अपने परिवार के लिए लिया था, लेकिन जब उन्होंने यह बात परिवार से साझा की, तो वे उतने खुश नहीं हुए। आमिर के मुताबिक, "करीब 6-8 महीने बाद, परिवार के लोग मुझे घर में बैठे देखकर ऊबने लगे थे और उन्होंने मुझे कहा, 'तुम घर में बैठकर क्यों समय बर्बाद कर रहे हो? तुम्हें बाहर जाकर काम करना चाहिए, क्योंकि अब तुम हमें बहुत समय दे चुके हो, और हमें अब इससे ज्यादा समय की जरूरत नहीं है।'" इस स्थिति को देखते हुए, आमिर के बच्चों ने उन्हें पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के बीच संतुलन बनाए रखने की सलाह दी। बच्चों ने उन्हें यह समझाया कि किसी भी व्यक्ति के लिए काम और परिवार दोनों में संतुलन बनाए रखना जरूरी है। यह सलाह आमिर के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुई। आमिर ने पिछले तीन सालों में इस संतुलन को बनाए रखने की कोशिश की है। वह अब कोशिश करते हैं कि अपने काम को इस तरह से मैनेज करें कि शाम 6 बजे तक घर लौट सकें, ताकि वह परिवार के साथ अच्छा समय बिता सकें। जब शाहरुख खान ने नहीं मानी सलमान खान की बात, जानिए पूरा किस्सा 'न शाहरुख-न सलमान...' बल्कि इस शख्स के लिए मनीष मल्होत्रा ने डिजाइन किए थे कपड़े मेडिकल रिसर्च के लिए इस मशहूर एक्टर ने किया बॉडी डोनेट का ऐलान