नई दिल्ली: दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) के MLA दुर्गेश पाठक ने दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना पर 1400 करोड़ रुपए का घोटाला करने का आरोप लगाया है। उन्होंने विधानसभा में दावा करते हुए कहा कि नोटबंदी के दौरान खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष रहते हुए LG वीके सक्सेना ने कालेधन को सफेद किया। यही नहीं दुर्गेश पाठक ने LG को 'भ्रष्ट' कहते हुए उनके खिलाफ CBI-ED की जांच और छापेमारी की मांग भी की। इस दौरान सभी विधायकों ने हाथ में पोस्टर और बैनर लेकर पहले सदन के भीतर और फिर बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इन पोस्टर्स पर 'विनय सक्सेना चोर है, विनय सक्सेना को गिरफ्तार करो' जैसे नारे लिखे हुए थे। बता दें कि, दिल्ली सरकार इन दिनों शराब घोटाले में बुरी तरह घिरी हुई है, खुद पर लगे आरोपों पर जवाब देने की जगह CM केजरीवाल काउंटर अटैक की पॉलिटिक्स का सहारा ले रहे हैं और हर दिन भाजपा पर एक नया आरोप लगा रहे हैं। इसी क्रम में आज उनके विधायक ने LG पर आरोप लगा दिया है। हालांकि, निराधार आरोप लगाने के बाद कोर्ट में माफ़ी मांगने का केजरीवाल का इतिहास रहा है। दरअसल, यह पूरा मामला दिल्ली की नई शराब नीति को लेकर शुरू हुआ था, जिसे CM केजरीवाल ने बहुत शानदार नीति बताया था। लेकिन, दिल्ली सरकार पर नई शराब नीति के तहत घोटाला करने के आरोप लगे और LG ने इसकी CBI जांच के आदेश दिए। जाँच के आदेश जारी होते ही केजरीवाल सरकार घबरा गई और वापस पुरानी नीति लागू करने का ऐलान कर दिया। लेकिन यह नहीं बताया कि, उन्होंने यह यू टर्न किसलिए लिया है। इसके बाद जब डिप्टी CM मनीष सिसोदिया के खिलाफ CBI की जांच शुरू हुई, तो खुद पर लगे आरोपों से ध्यान हटाने के लिए केजरीवाल हर दिन विपक्षी दल पर एक नया आरोप लगाने लगे, यह सिलसिला आज LG तक पहुँच गया। भाजपा अंग्रेजों की तरह 'डिवाइड एंड रूल' की रणनीति पर काम कर रही है: अखिलेश यादव सोनाली फोगाट केस में आरोपी सुधीर ने खोले कई राज, पढ़कर आपके भी उड़ जाएंगे होश 'मैं पीएम मोदी को क्रूर समझता था, लेकिन...', कांग्रेस को घेरते हुए बहुत कुछ बोले गुलाम नबी आज़ाद