श्रीनगर: हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के नतीजे लगभग सामने आ चुके हैं। हरियाणा में बीजेपी हैट्रिक की ओर तेजी से बढ़ रही है, जबकि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन बहुमत हासिल करता दिखाई दे रहा है। इस बीच, आम आदमी पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में पहली बार अपना खाता खोला है। डोडा निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी के 36 वर्षीय उम्मीदवार मेहराज मलिक ने बीजेपी के निकटतम प्रतिद्वंद्वी गजय सिंह राणा को 4,538 वोटों से हराया। इस सीट पर पहले 2014 से बीजेपी का कब्जा था, जबकि उससे पहले कांग्रेस के पास यह सीट थी। मेहराज मलिक, जो जिला विकास परिषद (डीडीसी) के सदस्य भी हैं, ने इस चुनाव में 23,228 वोट हासिल किए। वहीं, बीजेपी के गजय सिंह राणा को 18,690 वोट मिले। इसके अलावा, नेशनल कॉन्फ्रेंस के पूर्व मंत्री खालिद नजीब सुहरवर्दी को 13,334 और डीपीएपी नेता अब्दुल मजीद वानी को 10,027 वोट मिले। कांग्रेस के उम्मीदवार शेख रियाज अहमद केवल 4,170 वोट लेकर पांचवें स्थान पर रहे। मेहराज मलिक ने इस साल की शुरुआत में उधमपुर लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में सिर्फ सात सीटों पर उम्मीदवार उतारे, जिसमें से मलिक ने डोडा सीट से जीत हासिल की। दिल्ली और पंजाब में सत्ता में होने के बाद, अब आम आदमी पार्टी का एक विधायक जम्मू में भी चुना गया है। मलिक ने 2021 में डीडीसी चुनाव जीता था और अपने क्षेत्र में लोकप्रिय नेता माने जाते हैं। उनकी पहचान मजबूत जनाधार वाले नेता के रूप में बनी है, खासकर जब उन्होंने मार्च 2022 में डोडा में एक बड़ी रैली आयोजित की थी। अपने शपथ पत्र में उन्होंने 29,000 रुपये की संपत्ति और 2 लाख रुपये की देनदारी की घोषणा की है। शिक्षा के लिहाज से वे पोस्ट ग्रेजुएट हैं और उन पर कुछ आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। समय-समय पर मलिक ने स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए प्रदर्शन भी किए हैं, जिससे उन्हें जनता के बीच समर्थन मिला। जो बनते हैं किसानों के नेता, हरियाणा में बुरी तरह हारे वो गुरनाम सिंह चढूनी जिनके पिता-चाचा को आतंकियों ने मार डाला, उन शगुन परिहार ने किश्तवाड़ में खिलाया कमल कांग्रेस ने लगाया हेराफेरी का आरोप, चुनाव आयोग ने एक-एक मिनट का डाटा गिना दिया