गोवाहाटी। असम में एनआरसी मुद्दे को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी ने कड़ा रुख अख्तियार किया हुआ है। इस मसले को लेकर वह लगातार केंद्र सरकार पर हमले बोल रही हैं। इस बीच उनकी पार्टी के 8 नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल को असम के सिलचर एयरपोर्ट पर पुलिस ने गिरफ्तार किया गया। अपने नेताओं की गिरफ्तारी पर तृणमूल कांग्रेस ने इसे मानवाधिकारों का हनन बताया है। NRC ड्राफ्ट: विदेशी घोषित होंगे 40 लाख लोग, सरकार रखेगी बायोमेट्रिक रिकॉर्ड न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहद हाकिम के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं का यह प्रतिनिधिमंडल एनआरसी ड्राफ्ट को लेकर लोगों से मिलने असम गया था। लेकिन इन लोगों को एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल में 6 सांसद और 2 विधायक शामिल हैं। पुलिस ने इन लोगों को एयरपोर्ट से बाहर नहीं जाने दिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इनकी गिरफ्तारी का वीडियो न्यूज एजेंसी एएनआई ने अपने ट्विटर अकाउंट पर डाला है, जिसमें साफ तौर पर दिख रहा है कि इनके साथ एयरपोर्ट पर ही धक्कामुक्की की गई और बाद में हिरासत में ले लिया गया। इस गिरफ्तारी पर तृणमूल कांग्रेस ने इसे अपने अधिकारों का हनन बताया। तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ बेरेन ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों की यह गिरफ्तारी नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों का हनन है। यह आपातकाल जैसी स्थिति है। NRC ड्राफ्ट: घुसपैठियों के खिलाफ बीजेपी सख्त, 4 अन्य राज्यों में जांच की मांग बता दें कि एनआरसी को लेकर ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच तनातनी चल रही है। असम में जारी एनआरसी में 40 लाख लोगों को अवैध माना गया है। इसके बाद ममता बनर्जी इन लोगों के समर्थन में उतर आई हैं। उन्होंने इस मसले पर असम के लोगों से मिलने के लिए अपना यह प्रतिनिधिमंडल वहां भेजा था। खबरें और भी एनआरसी का विरोध करना ममता को पड़ा महंगा, दो नेताओं ने छोड़ी पार्टी आज संसद में फिर उठेंगे ये मुद्दे EDITOR DESK:एनआरसी के जरिए दिल्ली पर ममता की नजर