कोलकाता: पश्चिम बंगाल की सियासत में सीएम ममता बनर्जी पर अपने भतीजे और तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद अभिषेक बनर्जी को बढ़ावा देने के इल्जाम अक्सर लगते रहे हैं. CPIM, कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल लगातार इसे लेकर ममता बनर्जी पर हमला बोलती रही है. आज यानी शुक्रवार (16 जून) को सीएम ममता ने इस आरोप को जवाब देते हुए कहा कि अभिषेक बनर्जी दो साल की उम्र से राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने अपनी मां के साथ अभिषेक बनर्जी की एक फोटो भी तोहफे में दी. बता दें कि विपक्षी नेताओं द्वारा कई बार ममता और अभिषेक बनर्जी के व्यक्तिगत संबंधों का हवाला देकर भाई-भतीजावाद के इल्जाम लगाए गए हैं. आज जब नबज्बार कार्यक्रम के समापन भाषण में सीएम ममता ने काकद्वीप सभा के तमाम तानों का जवाब केवल एक तस्वीर के साथ दिया. इसके साथ ही उन्होंने ‘तृणमूल नबज्बार’ कार्यक्रम को 2 माह तक सफलतापूर्वक जारी रखने के लिए सांसद अभिषेक बनर्जी और पूरी टीम को बधाई भी दी. सीएम ममता ने कहा कि, '60 दिन पहले अभिषेक और आज का अभिषेक एक जैसा नहीं है. वह काफी अनुभव लेकर आए हैं.' सीएम ममता ने अपने भतीजे को लेकर कहा कि, उनकी राजनीतिक जागरूकता और अभिषेक बनर्जी की राजनीतिक सफलता के पीछे परिवार व्यवस्था वजह नहीं है. बल्कि, अभिषेक 2 साल की छोटी सी उम्र से राजनीतिक रूप से सजग हैं. काकद्वीप में नवज्बार कार्यक्रम खत्म करते समय भावुक हुईं ममता बनर्जी ने ‘योग्य उत्तराधिकारी’ के तौर पर अपने प्रिय अभिषेक बनर्जी की सफलता की कहानी को सार्वजनिक किया. अपना भाषण शुरू करते हुए सीएम ममता ने कहा कि वह अभिषेक को कुछ तोहफा देना चाहती हैं. अभिषेक के बचपन की स्मृति चिन्ह के रूप में उनकी एक तस्वीर है. उस तस्वीर में 3 लोग हैं. सिर पर पट्टी बांधे ममता बनर्जी, मां और गोद में नन्हा अभिषेक. ये केवल फ्रेम की हुई तस्वीर नहीं है.' सीएम ममता ने कहा कि, '1990 का समय था. उस वक़्त अभिषेक दो साल के थे. बहुत छोटे थे. CPIM ने मुझे मारा था, मेरा सिर फट गया था. जब मैं अस्पताल से घर लौटी, तो मेरी मां ने पूछा, यह कैसे हुआ? मैं अपनी मां को सब बता रही थी और अभिषेक मां की गोद में बैठा पूरे मन से सब बातें सुन रहा था. मैं देख रही थी.' TMC सुप्रीमो ने कहा कि मैंने देखा दूसरे दिन से अभिषेक हाथ में झंडा लेकर घर में घूम रहा है और बोल रहा है- दीदी को क्यों पीटा, CPM इसका जवाब दो. तब से वे राजनीतिक तौर पर जागरूक हो गए. अब सब कहते हैं, वह राजनीति में मेरा भतीजा बनकर आया था. यह जरा भी सही नहीं है. 'जहाँ संगीत सुनते थे, वहां बम धामकों की आवाज़ सुनाई दे रही..', बंगाल में हिंसा को लेकर ममता सरकार पर भड़की भाजपा अब तेजस्वी की कलम टूट गई क्या ? प्रशांत किशोर ने याद दिलाया 10 लाख नौकरी का वादा, कहा था- पहली कैबिनेट में ही दे देंगे कांग्रेस हाईकमान के सामने पेश होंगे कर्नाटक के सभी मंत्री, शिवकुमार बोले- 21 जून को बुलाया है..