भारत की संसद से पास होने के बाद नागरिकता कानून लागू हो गया है। इस कानून को लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध देखा जा रहा है। वही विपक्ष ने भी कानून का विरोध किया है. बता दे कि विरोध को लेकर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा है कि कह देश विरोधी नारे नहीं लगने चाहिए। ये नारे अलगाववाद के नारे हैं। इनका नागरिकता संशोधन कानून 2019 (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में जगह नहीं है। वे हमारे देश की अखंडता पर सवाल उठाते हैं। इससे सीएए के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन भी कमजोर हो रहा है। माकपा नेता सीताराम येचुरी का ऐलान, कहा- नहीं देंगे NPR और NRC का जवाब आपकी जानकारी के लिए बता दे कि देश के कई हिस्सों में नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। वहीं इसके समर्थन में भी प्रदर्शन हो रहा है। इसी बीच अभिषेक मनु सिंघवी का ट्विटर पर यह बयान आया है। इससे इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन पर सवाल उठने लगे हैं। जदयू : हर मोर्चो पर बूरा भला कहने वाले इन नेताओं को पार्टी से मिल सकता है बाहर का रास्ता अगर आपको नही पता तो बता दे कि यह कानून पिछले साल दिसंबर में संसद में पास हुआ था। इस कानून में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से सताए जाने के कारण भारत आए धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का प्रावधान है। इस कानून को लेकर देश में घमासान मचा हुआ है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया क्यों नही लड़ रहे दिल्ली विधानसभा चुनाव सीएम हेमंत सोरेन ने राज्यपाल से मांगा समय, कैबिनेट विस्तार का समय नजदीक CAA Protest: खुद आंदोलन करने की हिम्मत नहीं रही, इसलिए औरतों और बच्चों को चौराहों पर बिठाया