भारतीय समाज में बहुत सी ऐसी बातें प्रचलित है जो आज से नहीं बल्कि आदिकाल से चली आ रही है इनमे वो बातें भी शामिल है जो शुभ अशुभ का संकेत देती है. कई प्रथाएं तो ऐसी है जो व्यक्ति को हानि भी पंहुचा सकती है. तथा व्यक्ति के जीवन में कई घटनाएं ऐसी घटती है जिन्हे शगुन अपशगुन से जोड़ा जाता है जैसे कहीं जाते समय यदि बिल्ली रास्ता काट दे तो इसे अपशगुन माना जाता है. इसी कड़ी में दर्पण का टूटना भी अपशगुन माना जाता है. तो आइये जानते है की यदि दर्पण टूटता है तो इससे क्या हानि हो सकती है या किसी दर्पण का टूटना वास्तव में व्यक्ति के लिए अपशगुन होता है या यह केवल एक अपवाह है. भारतीय संस्कृति में दर्पण के विषय में कहा जाता है की इसमें किसी भी आत्मा को कैद करने ताकत होती है तथा इसी प्रकार रोमन का मत है की दर्पण में जिस किसी भी व्यक्ति की छवि दिखाई देती है वास्तव में वह उस व्यक्ति की आत्मा होती है. इन सब कारणों को मानकर कहा जाता है की यदि किसी व्यक्ति के हाथों से कोई दर्पण टूटता है तो आने वाले 7 वर्ष दुर्भाग्य उसके साथ रहता है क्योकि दर्पण टूटने से उस व्यक्ति की आत्मा उस दर्पण में कैद हो जाती है जिसके हाथो से वह दर्पण टूटा है. लेकिन क्या ऐसा वास्तव में होता है या यह एक अंधविश्वास है आइये जानते ही इस तथ्य के विषय में क्या तर्क है. प्राचीन समय की बात है उस समय दर्पण का ज्यादा चलन नहीं था बड़ी मेहनत और प्रयास के बाद इसका निर्माण किया जाता था. इस कारण से यह बहुत मुश्किल से मिलता था और बहुत कीमती भी था. इसलिए इसे बहुत हिफाजत के साथ रखा जाता था. किन्तु यह कभी टूट जाए तो इसके टुकड़े से बहुत गहरे घाव होते थे जिससे पीड़ा भी बहुत होती थी. इसी वजह से यह अफवाह फैला दी गई की दर्पण का टूटना अशुभ होता है. यह उपाय जो बाहरी बुरी शक्तियों को घर में प्रवेश करने से रोकते है इन चीजों का सेवन आपको शुक्र ग्रह के बुरे प्रभाव से बचाता है आप भी जान लें कौआ के इन अनकहे संकेतों को इन लोगो के घर में भोजन करना मुसिबत को करता है आमंत्रित