नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2019 की तारीखों का एलान हो चुका है और सभी पार्टियां इसके लिए तैयारोयों में जुट चुकी है. आज हम आपसे चुनावी चर्चा में तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) की बात करेंगे. तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) का गठन ममत बनर्जी ने 1 जनवरी 1998 को किया था. आपको बता दें कि यह पश्चिम बंगाल की पार्टी है जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विघटन के बाद बनी थी. 26 वर्षों से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य होने के बाद, ममता बनर्जी ने बंगाल की अपनी पार्टी टीएमसी का गठन किया था. जहां इस पार्टी को पार्टी को जोरा घास फुल का चुनाव चिन्ह मिला था. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी टीएमसी पार्टी की सूत्रधार थी. इसलिए उन्होंने इस पार्टी को पश्चिम बंगाल में बड़ी पार्टी बनाने में काफी मेहनत भी की. साथ ही आपको इस बात से भी अवगत करा दें कि टीएमसी की राष्ट्रीय अध्यक्ष ममता बनर्जी हैं. यह वर्तमान में देश की चौथी सबसे बड़ी पार्टी है. जिसके सासंद लोकसभा में भी हैं. साल 2009 के आम चुनाव से पहले यह 19 सीटों के साथ लोकसभा में छठी सबसे बड़ी पार्टी थी. 2014 के आम चुनाव के बाद, वर्तमान में यह लोकसभा में चौथी सबसे बड़ी बन गई. फ़िलहाल इसके 34 सांसद है. इससे पहले साल 2011 के बंगाल विधानसभा चुनाव में भी पार्टी को जबरदस्त जीत हासिल हुई थी और फिर इसके बाद ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी थी. इसके बाद 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में भी टीएमसी ने अपनी जीत बरकरार रखी थी. इसे 2 सितंबर 2016 को चुनाव आयोग की ओर से राष्ट्रीय राजनीतिक दल के रूप में मान्यता मिली थी. नाराज BJP सांसद ने दिया इस्तीफा, अखिलेश की मौजूदगी में थामा सपा का दामन आखिरकार जेल से रिहा हुए पाक के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज, जानिए क्या है कारण ? राम माधव का बड़ा बयान, कहा- जम्मू व लद्दाख में सभी सीट पर जीतेगी BJP एक दिवसीय दौरे के लिए अमेठी पहुंची प्रियंका गांधी, कार्यकर्ताओं ने किया जोरदार स्वागत